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शौचालय मानव जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा : डीएम

पूसा : प्रखंड मुख्यालय परिसर में एक सादे समारोह के बीच डीएम प्रणव कुमार ने पूसा प्रखंड को ओडीएफ घोषित किया. अपने संबोधन में डीएम ने कहा कि शौचालय मानव जीवन का अहम हिस्सा है. जिसे महमदपुर देवपार पंचायत की अनिता देवी ने साकार कर दिखाया है. हर व्यक्ति शौचालय निर्माण अपनी जरुरत के अनुसार […]

पूसा : प्रखंड मुख्यालय परिसर में एक सादे समारोह के बीच डीएम प्रणव कुमार ने पूसा प्रखंड को ओडीएफ घोषित किया. अपने संबोधन में डीएम ने कहा कि शौचालय मानव जीवन का अहम हिस्सा है. जिसे महमदपुर देवपार पंचायत की अनिता देवी ने साकार कर दिखाया है. हर व्यक्ति शौचालय निर्माण अपनी जरुरत के अनुसार कराया है.

इसे किसी भी कीमत पर अनुदान या प्रोत्साहन नहीं समझना है. शौचालय के लिए शेष बचे लाभार्थियों को प्रोत्साहन राशि का भुगतान निश्चित रूप से होगा. डीएम ने वैसे लाभुकों की सूची बीडीओ से तलब की जिनका आवेदन नहीं आया है. उन्होंने कहा कि शौचालय का उपयोग करने के लिए व्यक्ति को लाचार नहीं करने की जरुरत है बल्कि उसे शौचालय का उपयोग करने के लिए आदत डालने एवं प्रेरित करने की आवश्यकता है.जिप अध्यक्ष प्रेमलता ने कहा मन का मंदिर देवालय होता है जबकि तन का मंदिर शौचालय ही होता है.

दिघरा पंचायत के मुखिया सुनील कुमार सुमन ने कहा जिलाधिकारी के कार्य करने की जज्बा को देखकर पूसावासी ओडीएफ के रूप में स्वागत व सम्मान दिया है. जो वास्तव में जिले के प्रथम प्रखंड बनकर एक ऐतिहासिक काम किया है.अतिथियों का स्वागत करते हुए बीडीओ लक्ष्मण कुमार ने कहा कि प्रखंड के लिए आज गौरव का दिन है. प्रमुख रविता तिवारी ने कहा सामाजिक कार्यकर्ताओं के बलबूते प्रखंड ओडीएफ हो सका है. संचालन जिला स्वच्छता समन्वयक दयानन्द ने किया.

धन्यवाद ज्ञापन महमदपुर देवपार पंचायत के मुखिया राम सिंह ने किया. मौके पर डीडीसी, पूर्व प्रमुख सह जिला पार्षद सदस्य संजय कुमार सिंह, संजय कुमार त्रिवेदी, उप प्रमुख रामपुकार महतो, मोरवा प्रमुख स्मिता शर्मा, उजियारपुर प्रमुख रिंकू कुमारी, कार्यपालक पदाधिकारी देवेन्द्र कुमार सुमन, सीओ राजीव कुमार, बीएओ एजाज अहमद, जीविका से प्रखंड सामुदायिक समन्वयक दीपिका, मुखिया गीता, रणजीत, शिमला देवी आदि थे.

बिना भुगतान ओडीएफ घोषित हुआ पूसा प्रखंड : समस्तीपुर. पूसा प्रखंड को गुरुवार को खुले में शौचमुक्त तो घोषित कर दिया गया. मगर यहां अभी भी शत प्रतिशत लोगों को शौचालय की राशि का भुगतान नहीं किया गया है. प्रखंड के करीब 2233 आवेदकों को शौचालय निर्माण के लिये राशि ही नहीं मिली है. पूसा प्रखंड के लोगों को ओडीएफ से जहां हर्ष है वहीं इन लाभुकों को राशि नहीं मिलने से यह लाभुक दो राहे पर खड़े हैं. शौचालय निर्माण के बाद भी इन लाभुकों को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि का भुगतान नहीं हो पाया है.
जबकि इसके लिये प्रखंड के खाते में राशि पड़ी हुई है. पूसा में शौचालय निर्माण के लिये 12051 आवेदन पड़े थे. जिसमें सभी आवेदनों को जिला जल स्वच्छता समिति ने अनुमोदित किया था. इसमें 9818 लोगों को शौचालय निर्माण के बाद राशि का भुगतान किया गया. इधर विभाग की मानें तो शेष शौचालय को जियो टैग करने के बाद राशि का भुगतान कर देने की बात कही. विशनपुर बथुआ में 994 में 855, चकलैवैनी में 1471 में 1232, चंदौली में 1369 में 1066, दक्षिण हरपुर पूसा में 867 में 647,
धोवगामा में 1438 में 1135, दिघरा में 773 में 696, गंगापुर में 810 में 732, हरपुर महमदा में 723 में 551, कुबौली राम में 845 में 662, मोहम्मदपुर कोआरी में 1064 में 807, देवपार में 288 में 232, मोरसंड में 824 में 728 व ठहरा में 585 में 475 लाभुकों को शौचालय मद में मिलने वाली प्रौत्साहन राशि का भुगतान किया गया है.वहीं चंदौली पंचायत में सबसे अधिक 303 लाभुकों का भुगतान रुका हुआ है.

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