समस्तीपुर : कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि के साथ ही घरों में भैया दूज का त्यौहार भी धूमधाम से मनाया गया. बहनों ने गोधन कूट कर भाइयों की लंबी उम्र की कामना की. रुई के माला व मिठाई खिलाकर भाइयों का अभिषेक किया. वैदिक मान्यता है कि सूर्यलोक से रुठ कर यमुना धरती पर आ गयी. इसी दिन अपनी बहन यमुना के जाकर भगवान यम ने भोजन किया. बहन का आर्शीवाद लिया. जिससे उन्हें यमलोक का पद मिला. सरायरंजन:
प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में श्रद्धालु महिलाओं द्वारा भैयादूज पर्व आस्था और विश्वास के साथ मनाया. दलसिंहसराय : भाइयों की रक्षा को लेकर बहनों ने भैया दूज का व्रत कर उनके जीवन के दीर्घायु होने को लेकर भाईयों को बजरी खिलाया़ वहीं भाइयों ने भी बहनों की रक्षा का संकल्प लेते हुये उन्हें उपहार दिये़ मोहिउद्दीननगर/मोहनपुर :
क्षेत्र में बहनों ने भैयादूज के पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाया़ ग्रामीण स्त्रियों ने नयी पीढ़ी की बालिकाओं को भैया दूज के महत्व को समझाते हुये पर्व रखवाया और पारंपरिक रूप से डाला फेरे, कुल्हड़ भरे और भाइयों को दीर्घ तथा सुखमय जीवन के आशीष दिये़ कार्तिक महीने में सामा चकेवा का लोक पर्व भाई बहन के प्रेम की आज भी मिसाल देता है़ दीपावली के तीसरे दिन यानी शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भैयादूज मनाने की परंपरा है़