समस्तीपुर : तार टूटने के कारण हो रहे ब्रेक डाउन की समस्या को दूर करने के लिए बिजली कंपनी ने पहल शुरू कर दी है. आपूर्ति में सुधार के लिए मेन तार के बदलाव के रूप में होने जा रहा है.
सभी एलटी खुले तार को हटा एरियल बंच केबल में तब्दील किया जायेगा. इससे टोका फंसा कर चोरी की समस्या से निजात मिल जायेगी. शॉट-सर्किट जैसी समस्या भी नहीं रहेगी. इस केबल का फायदा यह होगा कि हर फेज में लोड सामान्य रहेगा व ट्रांसफॉर्मर पर लोड नहीं बढ़ेगा. कंपनी के अनुसार अगले माह से एरियल बंच केबल को दौड़ा दिया जायेगा और अगले कुछ दिनों में इसी तार पर लाइन को चार्ज कर दिया जायेगा.
हर पोल पर डिस्ट्रीब्यूशन बॉक्स :
एरियल बंच केबल से घरों में आपूर्ति के लिए हर पोल पर डिस्ट्रीब्यूशन बॉक्स लगेंगे. एक डिस्ट्रीब्यूशन बॉक्स से पांच उपभोक्ताओं को बिजली के कनेक्शन दिये जा सकेंगे. हालांकि, इसमें पोल से खराबी आने पर लग्घी मार कार्बन छुड़ाने की तरकीब काम नहीं आयेगी और इसके लिए कंपनी के ही मानव बल को बुलाना होगा. खास बात यह है कि पोल से मीटर तक गरम के साथ ठंडा लाइन भी मिलेगी.
अभी उपभोक्ता गरम लाइन पोल से लेते हैं, लेकिन अर्थिंग की व्यवस्था अपनी करनी होती है. इस कारण आम लोगों को काफी सहूलियत मिलेगी. यह व्यवस्था हो जाने से निश्चित तौर पर दुर्घटनाओं में भी कमी आने के आसार हैं. अभी लोग खुद से बिजली बनाने के दौरान हादसे के शिकार हो जाते हैं. कई लोगों की तो इस दौरान बिजली करंट की चपेट में आने से जान भी चली गयी है. अब हादसों पर इससे विराम लगने की संभावना है.
ब्रेकर में खराबी, ट्रिप हो रही थी बिजली
शनिवार की रात्रि जब 33 केवीए तार में आए फाल्ट को दूर कर बिजली टाउन वन फीडर में दी गयी, तो ट्रिपिंग की समस्या पैदा हो गयी. काफी मशक्कत के बाद पता चला कि जितवारपुर पीएसएस में लगा ग्रुप ब्रेकर ही खराब है. फिर ग्रुप ब्रेकर को हटा बिजली दी गयी, तो ट्रिपिंग की समस्या खत्म हो गयी. एसडीओ शहरी एमके शर्मा का कहना है कि फॉल्ट को दूर करने की कवायद एमआरटी की टीम ने शुरू कर दी है.
जानकारी के अनुसार, बिजली कंपनी के कर्मी बार-बार आ रहे तकनीकी फॉल्ट को ढूंढ़ नहीं पा रहे थे. इससे बिजली व्यवस्था बहाल करने में नौ घंटे से अधिक का समय लग गया.