समस्तीपुर : पति की लंबी उम्र की कामना के लिए महिलाएं 24 अगस्त को हरितालिका व्रत करेंगी. इसकी तैयारी को लेकर बाजार में चहल-पहल देखी जा रही है. आमबोल चाल की भाषा में महिलाएं हरितालिका व्रत को तीज भी कहते हैं. तीज के दिन सौभाग्यवती महिलाएं गौरी शंकर की पूजा-अर्चना करती हैं. ऐसी मान्यता है कि विवाहित महिलाएं अपने सुहाग को अखंड बनाये रखने व अविवाहित युवतियां मन मुताबिक वर पाने के लिए हरितालिका व्रत करती हैं.
भाद्रपद शुक्ल तृतीया को सौभाग्य कामना का निर्जल व्रत पर्व हरितालिका तीज मनाने का विधान है़ इस बार यह पर्व 24 अगस्त को है. तृतीया तिथि 23 अगस्त की रात 9. 40 बजे लग रही है, जो 24 की रात 9. 23 बजे तक रहेगी. पारन उदयातिथि के अनुसार चतुर्थी में 25 अगस्त की सुबह होगा़ इस दिन व्रत करने वाली महिलाएं सूर्योदय के पूर्व ही उठ कर पवित्र गंगा व अन्य नदियों में स्नान कर शृंगार कर केले के पत्ते से मंडप बनाकर गाय के गोबर से गौरी शंकर की प्रतिमा बनाकर बांस के डलिया में शृंगार का समान माता पार्वती को चढ़ाती है. कथा का श्रवण करती है़ तीज को लेकर बाजारों में भीड़ बढ़ गयी है़ महिलाएं साड़ी, शृंगार का समान व बांस का डलिया खरीद रही हैं. घरों में पीरिकिया व ठेकुआ बनाया जा रहा है़ महिलाओं की सबसे ज्यादा भीड़ शृंगार की दुकानों पर है़ वहां तीज को लेकर कई वेराइटी की चूड़ी समेत अन्य शृंगार का समान मिल रहा है.