उप्र के गोरखपुर में बीआरडी मेडिकल कॉलेज में गत गुरुवार से शुक्रवार के बीच ऑक्सीजन की कमी के कारण 32 बच्चों की मौत से पूरे देश में चिकित्सा व्यवस्था पर प्रश्न चिह्न लगा दिया है. हर जगह अस्पताल में जीवनरक्षक उपकरणों और दवाओं सहित अन्य व्यवस्थाओं की समीक्षा शुरू हो गयी है. ऐसी घटना दोबारा किसी सरकारी या निजी अस्पताल में न हो, इसके लिए शासन-प्रशासन भी सक्रिय हो गया है. कहीं दो-दो महीने से ऑक्सीजन सप्लायर का भुगतान नहीं हुआ है, तो कहीं जीवनरक्षक उपकरण खराब है. पढ़िए एक रिपोर्ट.
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केंद्रीयकृत ऑक्सीजन आपूर्ति की व्यवस्था नहीं
उप्र के गोरखपुर में बीआरडी मेडिकल कॉलेज में गत गुरुवार से शुक्रवार के बीच ऑक्सीजन की कमी के कारण 32 बच्चों की मौत से पूरे देश में चिकित्सा व्यवस्था पर प्रश्न चिह्न लगा दिया है. हर जगह अस्पताल में जीवनरक्षक उपकरणों और दवाओं सहित अन्य व्यवस्थाओं की समीक्षा शुरू हो गयी है. ऐसी घटना दोबारा […]
समस्तीपुर : सदर अस्पताल में आज भी केंद्रीयकृत ऑक्सीजन आपूर्ति की व्यवस्था शुरू नहीं हो सकी है. आपातकालीन सेवा सहित अन्य सेवाओं में सिलिंडर के भरोसे ही आपूर्ति टिकी है़ वार्ड हो या इमरजेंसी सेवा सभी जगहों पर ऑक्सीजन आपूर्ति की व्यवस्था सिलिंडर के सहारे पर टिकी है़ यहां पाइपलाइन व कंसन्टेटर के सहारे ऑक्सीजन आपूर्ति की व्यवस्था भी नहीं है़ अगर, मरीजों की संख्या अधिक हो जाये, तो इसे अन्य विभागों से सिलिंडर मंगाना पड़ता है़
स्वास्थ्य विभाग इमरजेंसी के लिए सात ऑक्सीजन सिलिंडर ही रोजाना उपलब्ध करा पाता है़ ऐसे में अगर कोई बड़ी दुर्घटना हो जाये, तो इमरजेंसी सेवा बस नाम की ही रह जायेगी. जिला स्वास्थ्य समिति ने विगत माह में इमरजेंसी सेवा में भी पाइपलाइन से ऑक्सीजन आपूर्ति जोड़ने के लिए अनुशंसा भेजी है, लेकिन फिलहाल सिविल सर्जन स्तर पर से इसे अनुमोदन मिलने का इंतजार बाकी है़
एसएनसीयू में एमबीएलटी में कंसन्टेटर : सदर अस्पताल के एसएनसीयू में पाइपलाइन के सहारे ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाती है. स्वास्थ्य प्रबंधक चंदन कुमार ने बताया कि ऑक्सीजन कंसन्टेटर के सहारे 24 घंटे मशीन ऑक्सीजन का निर्माण करती है. इसे पाइप के सहारे इनक्यूब्रेटर तक भेजा जाता है़ वहीं आपातकाल के लिए छह ऑक्सीजन सिलिंडर भी हर समय उपलब्ध रहता है़ इसके अलावा एक ऑक्सीजन कंसटेटर एमबीएलटी यूनिट में लगाया गया है़ सदर अस्पताल के एसएनसीयू यूनिट में 18 बच्चे इलाजरत हैं. इसके अलावा 13 नर्स अकले इस यूनिट में पदस्थापित हैं, जो तीन पाली में इलाजरत बच्चों की देखभाल करती है. इस माह 68 बच्चे का इलाज इस यूनिट में किया जा चुका है
निजी एजेंसी से सिलिंडरों की आपूर्ति : सदर अस्पताल में ऑक्सीजन सिलिंडर की आपूर्ति क्रांति होटल के पास स्थित एक निजी सप्लायर से ली जाती है़ इस बाबत श्री कुमार ने बताया कि आपूर्ति के लिए हर माह एजेंसी को राशि का भुगतान कर दिया जाता है़
हालांकि, सिलिंडर की संख्या हर माह घटती बढ़ती रहती है़ अगर, मरीज को आठ से 10 घंटे ऑक्सीजन लगाया जाता है, तो उसे वह व्यवस्था दी जाती है.
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