डीआरएम ने गठित की जांच कमेटी
रेलवे को लाखों के राजस्व की क्षति, कर्मी के सभी भुगतान पर लगी रोक
सेवा पुस्तिका में हुई हेराफेरी
मंडल के मोतिहारी में गैंगमैन के रूप में कार्यरत था कर्मी
समस्तीपुर : घोटाले को लेकर चर्चा में रहने वाला समस्तीपुर रेलमंडल में इस बार जन्मतिथि में हेराफेरी कर सेवानिवृत्ति तिथि के बाद भी नौकरी करने का मामला उजागर हुआ है. मामला एरियन मुजफ्फरपुर के अधीन कार्य करने वाले गैंगमैन पुनीत का है. मामला उजागर होते ही इस मामले में डीआरएम आर के जैन ने तीन सदस्यीय कमेटी बना कर जांच रिपोर्ट देने को कहा है. उक्त रेलकर्मी को नौकरी पर आने से मना करते हुए उसके सभी भुगतान पर रोक लगा दी है.
जांच अधिकारियों का मानना है कि पुनीत को करीब चार वर्ष पूर्व सेवानिवृत हो जाना चाहिए था. वह कार्य करता रहा. जहां तक कि गत वर्ष तक उसके वेतन में वृद्धि दी गयी है. इससे इस मामले में कई रेलकर्मियों व अधिकारियों पर गाज गिरने की संभावना है. जांच टीम उक्त कर्मी मंडल के किस-किस स्थानों पर व किन-किन अधिकारियों के अधीन कार्य किया है उससे जवाब मांगा है. सूत्रों का कहना है कि जांच के दौरान मुजफ्फरपुर नरकटियागंज रेल खंड पर कार्य करने वाले कुछ अन्य कर्मियों के सेवा पुस्तिकाओं में हेराफेरी की गयी है. सूत्रों ने बताया कि हाल ही में उक्त कर्मी की सेवा पुस्तिका मंडल मुख्यालय पहुंची, तो फाइल जांच के दौरान मामला उजागर हुआ. इसके बाद रेलवे प्रशासन हरकत में आयी.
कर्मी के सर्विस फाइल में जन्म तिथि से की गयी छेड़छाड़ : मंडल के मोतिहारी स्टेशन पर कार्यरत गैंगमैन पुनीत का जन्म तिथि सेवा पुस्तिका में 21-12-1953 है. उस हिसाब से उसे वर्ष 2013 में सेवा निवृत्त हो जाना चाहिए था. वह कार्य करता रहा. यहां तक कि पुनीत के वरीय अधिकारी ने वर्ष एक जुलाई . 4, एक जुलाई 15 व एक जुलाई 16 की तिथि में उसके वेतन में वृद्धि दी. उसके जन्म तिथि पर ध्यान नहीं दिया. सूत्रों ने बताया कि सेवा पुस्तिका के साथ इस तरह से छेड़छाड़ किया गया कि पुनीत का जन्म तिथि स्पष्ट नहीं पता चल रहा था. इसका फायदा उठाकर वह कार्य करता रहा. इससे वेतन आदि के मद में लगभग 22 लाख रुपये उठा लिया.
कर्मियों की सेवा पुस्तिका की जांच शुरू : रेलवे सूत्रों ने बताया कि पुनीत का मामला सामने आने पर तीन सदस्यीय टीम मंडल के मुजफ्फरपुर नरकटियागंज रेलखंड के लाइनकर्मियों की सेवा पुस्तिका की जांच कर रही है. चर्चा है कि जन्म तिथि में हेराफेरी का एक और मामला सामने आया है. उसके बाद डीआरएम ने सभी कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका की जांच का निर्देश दिया है.