लापरवाही. गंदगी से दुर्गंध, रात होते ही अंधेरे का साम्राज्य
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कमिश्नरी के बाजार में समस्याओं की भरमार
लापरवाही. गंदगी से दुर्गंध, रात होते ही अंधेरे का साम्राज्य अतिक्रमण व उसकी वजह से रोज के जाम ने लोगों को परेशान कर रखा है. लेकिन शहर की समस्या यहीं समाप्त नहीं होती. हर तरफ गंदगी से उठताी दुर्गंध नाक पर रूमाल रखने को मजबूर करती है. वहीं शाम होते ही अंधेरा घिर आता है. […]
अतिक्रमण व उसकी वजह से रोज के जाम ने लोगों को परेशान कर रखा है. लेकिन शहर की समस्या यहीं समाप्त नहीं होती. हर तरफ गंदगी से उठताी दुर्गंध नाक पर रूमाल रखने को मजबूर करती है. वहीं शाम होते ही अंधेरा घिर आता है. रोशनी का कोई प्रबंध नहीं है. प्रशासन को इस अोर समग्रता से ध्यान देने की जरूरत है.
सहरसा : कोसी कमिश्नरी का प्रमुख बाजार सहरसा, जहां पर प्रतिदिन करोड़ों का कारोबार भी होता है. लेकिन यहां सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है. यहां की गंदगी सबसे बड़ी समस्या है. इसके अलावा जाम लगना, स्ट्रीट लाइटों का खराब होना आदि अनेकों समस्याएं हैं. जो दुकानदारों और आने वाले ग्राहकों को परेशानी में डालती है. नगर परिषद में दौ सौ से अधिक सफाई कर्मी होने के बाद यहां पर कूड़े का उठाव ठीक से नहीं हो रहा है. इसके कारण यहां पर गंदगी फैली है और लावारिस पशु उसमें मुंह मारकर उसे दूर तक फैला देते हैं. यहां के दुकानदारों की एक अन्य समस्या ट्रैफिक की भी रहती है.
वाहन चालक अपने वाहनों को आड़ा तिरछा खड़ा करके चले जाते हैं. जिससे जाम की समस्या भी गंभीर बन जाती है. काफी देर तक वाहन जाम में फंसे रहते हैं. इसके अलावा रात के समय दुकानदारों को अंधेरे का सामना करना पड़ता है. क्योंकि यहां पर स्ट्रीट लाइटें अधिकांश खराब हैं. गंदगी होने से दुकानदारों के व्यापार पर भी असर पड़ रहा है.
गंदगी की ढेर से उठती है दुर्गंध: स्थानीय व्यवसायियों का कहना है कि जब से शहर में सफाई के कार्य में वार्ड पार्षदों को अलग रखा गया है, उसके बाद से यहां पर कूड़े का उठाव ठीक से नहीं किया जा रहा है. इसमें से उठती दुर्गंध दुकानदारों व अन्य लोगों के लिए मुसीबत बनी हुई है. इस कूड़े के ढ़ेर में पूरा दिन लावारिश पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है. लेकिन इस तरफ कोई देखने वाला नहीं है.
जाम की समस्या भी है गंभीर: दुकानदार मो अम्मार कहते हैं कि कपड़ा पट्टी पर जाम की समस्या भी गंभीर रूप धारण करती जा रही है. वैसे तो कपड़ा पट्टी रोड़ से रेलवे स्टेशन की दूरी मात्र दो मिनट की है. लेकिन जाम के कारण स्टेशन तक पहुंचने में कई बार एक घंटे से भी अधिक समय लग जाता है. सबसे ज्यादा परेशानी शाम के समय होती है. जब ट्रेनों के आने का समय होता है.
आवारा पशुओं के कारण होती है दुर्घटना: दुकानदार राजू सुरेका का कहना है कि शंकर चौक सब्जी मंडी के समीप सभी कूड़े को जमा कर दिया जाता है. इस कूड़े में लावारिश पशुओं का जमावड़ा लग जाता है और यहां से वाहन चालकों व लोगों का निकलना दूभर हो जाता है. क्योंकि यह कूड़ा आवारा पशु सड़क के बीचोंबीच तक फैला देते हैं और रोड पर अपना कब्जा जमा लेते हैं. उनका कहना है कि शाम के समय यहां से निकलने के लिए लोगों को काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है. कई बार तो आवारा पशुओं के कारण दुर्घटना होते-होते भी बची है.
स्ट्रीट लाइट न होने से रहता है अंधेरा: कृष्णा नगर निवासी अनिल कुमार का कहना है कि अब सर्दी के मौसम में घरों में चोरी होने का भय रहता है. लेकिन नगर परिषद की ओर से मोहल्ले में लगायी गयी स्ट्रीट लाइटें खराब हैं. जबकि कई बार नगर परिषद के अधिकारियों व नेताओं से लाइट दुरुस्त करवाने की मांग की गयी है. लाइट की गुणवत्ता काफी खराब है.
स्ट्रीट लाइट की नहीं हो रही मरम्मत
गंदगी के कारण व्यापार में भी हो रहा नुकसान
दुकानदार राजू साह कहते हैं कि गंदे नाले के नजदीक फैली इस गंदगी के कारण उनके व्यापार पर भी काफी असर पड़ रहा है. उनकी दुकान में जब भी कोई ग्राहक आता है तो नाक पर कपड़ा रखकर आता है और उस गंदगी के कारण बिना कोई खरीददारी किए वापस चला जाता है. इसके कारण उनका धंधा भी चौपट हो रहा है. प्रशासनिक अधिकारियों व नेताओं से मांग है कि इस कूड़े का उठाव शीघ्र कराया जाये.
क्या कहते हैं अधिकारी
इस संबंध में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी दिनेश राम कहते हैं कि दुकानदारों और इस बाजार में आने वाले ग्राहकों को होने वाली हर तरह की समस्याओं का समाधान किया जायेगा. सफाई का भी पूरा इंतजाम होगा और स्ट्रीट लाइटें भी दुरुस्त की जायेंगी.
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