सहरसा : आकांक्षा अनाथ आश्रम में वर्षों से पल रही दोनों पांवों से पूर्ण दिव्यांग सुनाथ सुमन कुमारी लोगों के सहयोग व आश्रम के संचालक शिवेंद्र कुमार की जिजिवसा से 18 दिसंबर को दुल्हन बन सकेगी. अनाथालय के संचालक शिवेंद्र कुमार व उनकी पत्नी बबली कुमारी ने बताया कि आज भी मानवता जिंदा है. नहीं तो इस दोनों पांवों से पूर्ण दिव्यांग लड़की सुमन कुमारी की शादी असंभव थी. उन्होंने बताया कि सुपौल जिले के बैरो निवासी युवक भानू यादव इस लड़की को देखने के बाद शादी करने का प्रस्ताव दिया.
उन्होंने कहा कि प्रस्ताव मिलने के बाद लड़के की समाजिक व आर्थिक स्थिति की जानकारी गहनता से लेने के बाद सहमति दी गयी है. उन्होंने कहा कि महर्षि मेंही योगाश्रम के स्वामी देवव्रत बाबा के अपार सहयोग से यह पुनीत कार्य सफल हो सका है. उन्होंने बताया कि आश्रम में रह रही और दो अनाथ लड़कियों की शादी भी 18 दिसंबर को होने की संभावना है. मालूम हो कि इससे पूर्व भी इस अनाथ आश्रम में पली बढ़ी अनाथ मूक लड़की का विवाह कराया गया था. इस गूंगी लड़की नीलम का कन्यादान तत्कालीन जिलाधिकारी देवराज देव ने किया था. जो पूरे जिले में चर्चा का विषय बना था. आज भी इस अनाथ आश्रम में दर्जनों बच्चे पल बढ़ रहे हैं तथा शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं.