सहरसा : डॉक्टर ब्रजेश सिंह से रंगदारी किसी और ने नहीं, बल्कि सिम विक्रेता राजीव रंजन ने ही मांगी थी. हालांकि पुलिस उसे फर्जी सिम बेचने के आरोप में जेल भेज चुकी है. पुलिस मामले के उद्भेन का दावा कर रही है. पुलिस अभी तक सिम व मोबाइल बरामद करने में असफल है. सदर एसडीपीओ सुबोध विश्यवास ने बताया कि मामला सामने आने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गांधी पथ में पांडेय डिस्ट्रीब्यूटर के संचालक संतनगर निवासी राजीव रंजन व उसके साला मधेपुरा जिले के शंकरपुर थाना क्षेत्र के निवासी संतोष कुमार को गिरफ्तार कर पूछताछ कर जेल भेज दिया था.
पूछताछ व वैज्ञानिक अनुसंधान में राजीव द्वारा ही रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है. राजीव को एसपी के निर्देश पर रिमांड पर लेने की कार्रवाई की जा रही है. न्यायालय से निर्देश मिलते ही रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी. शिक्षक के नाम पर लिया था सिम : रंगदारी मांगने में जिस सिम का उपयोग किया गया, वह शंकरपुर थाना क्षेत्र के राकेश झा नामक शिक्षक के नाम पर लिया गया था. उसे राजीव ने ही चालू करवाया था. पूर्व में भी पुलिस ने राजीव को पूछताछ के लिए थाना लाया था. लेकिन उस समय कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिला, तो छोड़ दिया था. इस बार भी पुलिस ने राजीव को रंगदारी में प्रयुक्त सिम को चालू नहीं करने की हिदायत देते हुए सिम लेने वाले को पुलिस को सौंपने को कहा था. लेकिन वह राजीव ही था. सूत्रों के अनुसार, उस नंबर के चालू होने के बाद सिर्फ डॉक्टर के नंबर पर ही फोन गया.