शांत हुआ माहौल. 13 दिन बाद सुपौल के राघोपुर से हुई युवती की बरामदगी
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आरोपी शादिक गिरफ्तार, भेजा जेल
शांत हुआ माहौल. 13 दिन बाद सुपौल के राघोपुर से हुई युवती की बरामदगी 13 दिन पूर्व घर से भगायी गयी युवती को पुलिस ने आरोपी व उसके भाई के साथ सुपौल जिले के राघोपुर थाना क्षेत्र के गद्दी चौक से शनिवार की अहले सुबह बरामद कर लिया. आरोपी मो शादिक व उसके भाई को […]
13 दिन पूर्व घर से भगायी गयी युवती को पुलिस ने आरोपी व उसके भाई के साथ सुपौल जिले के राघोपुर थाना क्षेत्र के गद्दी चौक से शनिवार की अहले सुबह बरामद कर लिया. आरोपी मो शादिक व उसके भाई को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
सहरसा : सदर थाना क्षेत्र के बटराहा वार्ड नंबर 22 से 18 जून को घर से भगायी गयी युवती, आरोपी मो शादिक व आरोपी के भाई मो तारिक को पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर सुपौल जिले के राघोपुर थाना क्षेत्र के गद्दी चौक से शनिवार की अहले सुबह बरामद कर लिया. पुलिस आरोपी के मौसा के मामा मो हिजबुल रहमान के गद्दी चौक स्थित घर से लड़की व आरोपी सहित उसके भाई को अपने साथ लेकर सदर थाना आयी,
जहां से आरोपी मो शादिक व उसके भाई को न्यायालय लाया. जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. वहीं लड़की को मेडिकल जांच के लिए महिला पुलिस की अभिरक्षा में सदर अस्पताल भेज दिया गया. वहीं थाना में लड़की के परिजनों की भीड़ लगी रही. हालांकि मामले में पुलिस कुछ भी बोलने से परहेज कर रही थी. छापेमारी दल में सदर थाना के पुअनि नीतेश कुमार, टेक्नीकल सेल प्रभारी पुअनि मंगलेश मधुकर, पंकज कुमार, सुरेंद्र कुमार, थाना रिजर्व गार्ड प्रेम कुमार, महिला जवान रौशनी कुमारी, मीना कुमारी शामिल थी.
थाना का हुआ था घेराव: घटना के बाद लड़की के परिजनों व विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने एसपी से मिल कर लड़की को बरामद करने की मांग की थी. एसपी ने लोगों को अविलंब बरामदगी का आश्वासन दिया था. लेकिन फिर भी कोई ठोस नतीजा सामने नहीं आने के बाद पूर्व विधायक डॉ आलोक रंजन, संजीव झा, किशोर कुमार मुन्ना, सुरेंद्र यादव के नेतृत्व में थाना का घेराव किया था. सदर एसडीपीओ व थानाध्यक्ष ने 48 घंटे का समय लेकर लोगो को शांत कराया था. 48 घंटे बीत जाने के बाद भी लड़की की बरामदगी नहीं होने के बाद लोगों ने पूर्व विधायक संजीव झा के नेतृत्व में शुक्रवार को शंकर चौक जाम कर विरोध जताया था.
13 दिन खाक छानती रही पुलिस
लड़की के गायब रहने की जानकारी मिलते ही पुलिस काफी तत्पर हो गयी. खुद पुलिस अधीक्षक अश्विनी कुमार मामले पर नजर बनायें हुए थे. वही सदर एसडीपीओ सुबोध विश्वास व सदर थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह के दिशा निर्देश पर सब इंस्पेक्टर नीतेश कुमार व उमाकांत उपाध्याय सहित पुलिस बलों की टीम छापेमारी में लगायी गयी थी
जानकारी के अनुसार एसपी के निर्देश पर लड़की को बरामद करने के लिये कांड के अनुसंधानकर्ता पुअनि उमाकांत उपाध्याय के नेतृत्व में दिल्ली सहित अन्य जगहों पर छापेमारी की. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली गयी टीम ने दिल्ली के जामिया थाना पुलिस के साथ बाटला हाउस के इलाके में छापेमारी की.
जहां पुलिस के आने की खबर मिलते ही दोनों फरार हो गये. पुलिस के दबाब को देख दोनों ने दिल्ली से भाग पूर्णिया में शरण ली. वहां भी दोनों पुलिस को चकमा देकर फरार हो गये. पुलिस ने उस घर से दोनों का फोटो सहित अन्य बरामद किया था. इसी बीच दिल्ली गयी टीम खाली हाथ सहरसा लौट गयी. शुक्रवार को पुलिस को सूचना मिली कि लड़की राघोपुर थाना क्षेत्र में है. एसपी के निर्देश पर पुलिस ने स्थानीय थाना के सहयोग से छापेमारी की तो पुलिस को कामयाबी मिली.
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