सहरसा: लोकतंत्र में आम आदमी को सिस्टम व समाज सिर्फ दिलासा देने का काम करती है, जबकि सभी प्रकार की सुविधा का लाभ खास लोगों को दिया जाता है. समाज भी उन्हीं खास लोगों के समर्थन में खड़ा हो जाता है. उक्त बातें शनिवार को टीइटी व एसटीइटी संघर्ष मोरचा द्वारा किये जा रहे अनशन को समर्थन देने पहुंचे पूर्व सांसद पप्पू यादव ने कही. पूर्व सांसद ने कहा कि कु व्यवस्था के लिए सिर्फ सरकार ही नहीं, हम आप और समाज दोषी है. समाज का आम तबका कैसे प्रगति करे व बेहतर बने इसकी फिक्र व्यवस्था या समाज नहीं करती है, जो करनी चाहिए.
भीख मांगना सीखा दिया
पूर्व सांसद ने कहा कि सिस्टम आम लोगों का बदलाव नहीं पंगु बनाना चाहती है. वर्तमान में अंत्योदय, अन्नपूर्णा, आंगनबाड़ी केंद्रों व एमडीएम के जरिये देश की करोड़ों आबादी को भिखारी बनाया जा रहा है. इन सबों के लिए आम लोग आपस में झगड़ते रहते हैं और खास लोग चुप्पी साधे रहते है.
इस लोकतंत्र को क्या नाम दूं. पप्पू यादव ने कहा कि विदर्भ में किसानों की आत्महत्या, छत्तीसगढ़ में खूनी खेल होने के बावजूद लोकतंत्र में सभी को एक अधिकार की बात बेमानी लगती है. उन्होंने कहा कि हर किसी को अपने हक की मांग के लिए आंदोलन करना पड़ता है. देश में पूर्व में भी कई बड़े-बड़े आंदोलन हो चुके है. अगर इसी प्रकार अराजकता का माहौल व्याप्त रहा तो हम कभी भी विश्व में महाशक्ति नहीं बन सकते.