सहरसा नगर: बुधवार को दीपावली पूरे जिले में श्रद्धा व हर्षोल्लास से मनायी जायेगी. दीपावली पर लक्ष्मी-गणेश की पूजा के मद्देनजर लोगों ने पूजन सामग्री की खरीदारी भी मंगलवार को ही पूरी कर ली है.
लोग मिठाई व फलों के अलावा फुटपाथ पर बिक रही डिबरी, दीया, हुक्का-पाती की भी खरीदारी की. धनतेरस के दूसरे दिन भी बाजार में लोगों की भीड़ की वजह से सड़क जाम से राहगीरों को दो चार होना पड़ा. बाजार में ग्राहकों की भीड़ को देख दुकानदारों के भी चेहरे खिले हुए थे.
आतिशबाजी का गुलजार रहा बाजार: दीपावली को लेकर बाजार में आतिशबाजी की बिक्री भी चरम पर है. बच्चे तरह-तरह की आवाज व रोशनी वाले पटाखों की ओर आकर्षित होते रहे.
शहर के डीबी रोड, शंकर चौक, महावीर चौक पर पटाखों की दर्जनों दुकानें सज गयी हैं. दुकानदार सरदार रोमी सिंह ने बताया कि लोग अनार, रॉकेट व घिरनी की मांग ज्यादा है. आवाज वाले पटाखों की डिमांड पूर्व की अपेक्षा कम है. मालूम हो कि पटाखा विक्रेताओं द्वारा भी आतिशबाजी की बिक्री में कम आवाज वाले पटाखों को ही प्राथमिकता दी जा रही है.
लड्डू की अग्रिम बुकिंग
दीपावली के मौके पर भगवान लक्ष्मी-गणेश की पूजा करने की परंपरा रही है. भगवान को इस मौके पर लोग लड्डू का ही भोग लगाते हैं. इस वजह से बाजार में सिर्फ शहरी क्षेत्र के दुकानदारों के पास 90 टन लड्डू की अग्रिम बुकिंग हो चुकी है. इसके अलावा अन्य मिठाइयों की भी बुकिंग की गयी है. डीबी रोड स्थित मिठाई की दुकान आलोक पनीर कार्नर के प्रबंधक बिनोद कुमार ने बताया कि मंगलवार से ही मिठाई की डिलिवरी दी जाने लगी है.
मालूम हो कि दीपावली के मौके पर शहर के कुछ मिठाई विक्रेताओं द्वारा पटना सिटी निर्मित नकली खोये से भी मिठाई बनायी गयी है. इसको देखते लोग छेना व बेसन से बनी मिठाईयों की तरफ या फिर डिब्बा बंद मिठाइयों की ओर आकर्षित हो रहे हैं. इसके अलावा कुछ लोगों ने घर पर ही मिठाई बनवाना भी शुरू कर दिया है.
गिफ्ट में मोबाइल का चलन
दीपों के पर्व को खास बनाने के लिए महानगरों की तर्ज पर सहरसा जैसे शहरों में भी गिफ्ट आदान-प्रदान करने का चलन बढ़ गया है. जिसमें खास कर बैकिंग सेक्टर, फार्मा कंपनी के लोग ज्यादा दिलचस्पी ले रहे हैं. डीबी रोड स्थित माइक्रोसॉफ्ट डीलर विवेक विशाल कहते हैं कि गिफ्ट में लोग मोबाइल की डिमांड कर रहे हैं. खास बात यह है कि उपहार के रूप में स्मार्ट फोन की कीमत मायने नहीं रख रही है.
मिट्टी के दीपक व मोमबती
दीपावली का पर्व हिंदू संस्कृति की सनातन परंपरा का प्रतीक है. इसमें मिट्टी का दीपक अब भी आस्था से जुड़े हैं. चाईनीज लाइट की भीड़ व प्रचलन के बीच भी लोग मिट्टी के दीपक की खरीदारी कर रहे हैं. लोग बताते हैं कि मिट्टी का दीपक शुद्धता का प्रतीक है. बाजार में स्थानीय व दूसरे जिले से आयी मोमबती भी खूब बिक रही है. विभिन्न आकार में मोमबती को विक्रेताओं द्वारा कई रंगों में उतारा गया है. इसकी कीमत महंगाई बढ़ने के बावजूद स्थिर है.
बही खाता का श्रीगणेश
दीपावली पर भी व्यवसायी वर्ग द्वारा अपने लेन देन से संबंधित खाता-बही को बदला जाता है. इस दिन पूजा के बाद नये खाते का शुभारंभ किया जाता रहा है. महावीर चौक पर मो नौशाद प्रत्येक वर्ष बही-खाता की दुकान सजते हैं. जिस पर व्यवसायी अपने व्यवसाय का संचालन करते हैं. नौशाद बताता है कि बही खाता की दर 40 रुपये से लेकर 12 सौ रुपये तक ही है.