सोनवर्षा राज: बिहार सरकार द्वारा क्षेत्र के किसानों से खरीदी गये धान का करोड़ों रुपये का भुगतान नहीं होने से जहां किसानों में त्रहिमाम की स्थिति है. वहीं पैक्स में पड़े धान का भुगतान करने में असमर्थ पैक्स अध्यक्ष किसानों के तगादे से परेशान होकर भागे-भागे फिर रहे हैं.
मालूम हो कि सूबे की सरकार ने इस वर्ष किसानों से धान अधिप्राप्ति की समय सीमा 31 मार्च निर्धारित की थी. जिसमें एसएफसी द्वारा किसान व पैक्स अध्यक्ष से अलग-अलग धान खरीद कर आरटीजीएस के माध्यम से संबंधित किसान एवं पैक्स अध्यक्ष को भुगतान किया जाता था. लेकिन जो धान किसानों से एसएफसी द्वारा सीधे खरीदा गया उसका भुगतान कमोबेश तो कर दिया गया. लेकिन जिन पैक्सों ने सरकार के आदेश पर किसानों से धान खरीद कर अपने गोदाम में रखकर संबंधित विभाग को रिपोर्ट देकर भुगतान की मांग की. उनका भुगतान सरकार के अगले आदेश आने की बात कह कर रोक दिया गया. जबकि संबंधित विभाग द्वारा पैक्सों के पास रखे धान के स्टॉक की जांच भी सीओ द्वारा कार्रवाई गयी.
पैक्स का स्टॉक . सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सोनवर्षा अंचल क्षेत्र के 2100 पैक्स अध्यक्ष के गोदाम में किसानों का लगभग 11000 क्विंटल धान रखा हुआ है. जिसका लगभग एक करोड़ 80 लाख 40 हजार रुपये किसानों को भुगतान आज तक नहीं हो पाया है.
क्या कहते हैं पैक्स अध्यक्ष . अपनी पीड़ा बयान करते हुए देहद पंचायत के पैक्स अध्यक्ष गवेंद्र कुमार सिंह कहते हैं कि उनके यहां किसानों का लगभग 900 क्विंटल धान का स्टॉक पड़ा हुआ है. लेकिन भुगतान के लिए जब भी प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी से बात करता हूं तो आजकल की बात कहकर टाल देते हैं.