प्रॉक्टर ने प्राचार्य को दी थी धमकी, शहर में जीना व कॉलेज में नौकरी हो जायेगी मुश्किल, कहा
Advertisement
दिमाग को खोल लीजिए… आपका घर जाना भी बंद हो जायेगा… ये बेवकूफ प्रिंसिपल है, आदेश नहीं मानता…
प्रॉक्टर ने प्राचार्य को दी थी धमकी, शहर में जीना व कॉलेज में नौकरी हो जायेगी मुश्किल, कहा सहरसा : बीते पांच जनवरी को शहर के आरएम कॉलेज में बीएड में बेटे का एडमिशन नहीं होने के बाद पुत्र मोह में प्राचार्य डॉ आरबी झा के साथ धक्का-मुक्की कर धमकी देने वाले बीएनएमयू के प्रॉक्टर […]
सहरसा : बीते पांच जनवरी को शहर के आरएम कॉलेज में बीएड में बेटे का एडमिशन नहीं होने के बाद पुत्र मोह में प्राचार्य डॉ आरबी झा के साथ धक्का-मुक्की कर धमकी देने वाले बीएनएमयू के प्रॉक्टर अरविंद कुमार की दाल फिलवक्त गल गयी है. कॉलेज प्रशासन ने कट अॉफ की अनदेखी करते हुए प्रॉक्टर पुत्र का बीएड (सत्र 2017-19) में नामांकन ले लिया है. जबकि कॉलेज द्वारा निर्धारित कट अॉफ में 65 प्रतिशत मार्क्स वाले छात्रों का नामांकन लिया जाना था. लेकिन चर्चा है कि प्रॉक्टर के दबाव में
दिमाग को खोल…
50 प्रतिशत मार्क्स लाने वाले उनके पुत्र का आवेदन स्वीकार कर लिया गया है. एक तरफ नियम कायदे को ताक पर रख कर प्रॉक्टर पुत्र का एडमिशन व दूसरी तरफ प्रॉक्टर द्वारा प्राचार्य के साथ खुलेआम किये गये दुर्व्यवहार मामले को लेकर बीएनएमयू पुन: चर्चा का केंद्र बना हुआ है.
क्या है मामला : बीएड में वर्ष 2017-19 सत्र के एडमिशन के लिए आयोजित प्रवेश परीक्षा में कॉलेज प्रशासन द्वारा प्रथम सूची में 70 प्रतिशत अंक लानेवाले छात्रों को नामांकन की अनुमति दी गयी. इसके बाद सीट रिक्त होने पर 65 प्रतिशत अंक लानेवाले छात्रों को मौका दिया गया. जबकि प्रॉक्टर के पुत्र तंजीव कात्यायन को प्रवेश परीक्षा में 50 प्रतिशत अंक ही प्राप्त हुए थे. आरोप लग रहे हैं कि ऐसे में प्रॉक्टर डॉ अरविंद कुमार ने अपने प्रभाव का गलत उपयोग करते हुए प्रो वीसी का एक पत्र कॉलेज प्रशासन को थमा दिया. इसमें नामांकन लेने का आदेश दिया गया था. इस आदेश पर नियम के विरुद्ध नामांकन लेने से प्राचार्य डॉ झा ने इंकार कर दिया. इन्हीं बातों पर भड़के प्रॉक्टर ने कॉलेज पहुंच कर सभी मर्यादाओं को दरकिनार कर प्राचार्य से धक्का-मुक्की कर दी. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
प्राचार्य को देते रहे ‘गरदनिया’ : वीडियो में आक्रोशित प्रॉक्टर अरविंद कुमार आरएम कॉलेज के शिक्षकों के सामने सीढ़ी से उतरते प्राचार्य डॉ आरबी झा को गरदनिया देते दिखाई दे रहे हैं. इस वीडियो में पांच से छह बार प्राचार्य के साथ धक्का-मुक्की भी की जा रही है. इसके अलावा वीडियो में प्रॉक्टर लगातार असंसदीय शब्दों का प्रयोग करते हुए पद की गरिमा को तार-तार करते नजर आ रहे हैं. मौके पर मौजूद शिक्षक व छात्रों के रोकथाम करने पर भी प्रॉक्टर दबंगई दिखाने से बाज नहीं आ रहे हैं.
अत्यंत निंदनीय व शर्मनाक घटना है. छोटी-छोटी बात पर प्रधानाचार्य के साथ गाली-गलौज करना असंवैधानिक है.
डॉ केपी यादव, प्राचार्य, एमएलटी कॉलेज
दुर्भाग्यपूर्ण व दुखद घटना है. भविष्य में इस प्रकार की घटना नहीं हो. इसके लिए उचित कदम उठाया जाये.
डॉ रेणु सिंह, प्राचार्य, रमेश झा महिला कॉलेज
घटना अत्यंत ही निदंनीय है, प्रधानाचार्य संघ इस घटना की घोर निंदा करती है.
डॉ के एस ओझा, प्राचार्य, एसएनएस कॉलेज
इस घोटाले का निष्पक्ष जांच करवा कर प्रोवीसी प्रो फारूख अली व प्राचार्य आरबी झा के साथ मारपीट व धमकाने के आरोपित विश्वविद्यालय कुलानुशासक(प्राॅक्टर) अरविंद कुमार को अविलंब बर्खास्त करें.
रोशन कुंवर, एवीबीपी
इस प्रकार की घटना निंदनीय है. विश्वविद्यालय सभी मामलों की निष्पक्ष जांच करे.
मनीष कुमार, एनएसयूआइ
प्रॉक्टर की धमकी से बदला बीएनएमयू का नियम, प्रो वीसी डॉ फारूक अली के आदेश से हुआ एडमिशन
प्रॉक्टर के बिगड़ैल बोल बाद में हो गये गोल-गोल
कॉलेज में किसी प्रकार की घटना नहीं हुई है. सभी मनगढ़ंत बातें है. प्राचार्य से मेरे पारिवारिक संबंध हैं. कुछ लोग साजिश के तहत मामले को तूल दे रहे हैं.
अरविंद कुमार, प्रॉक्टर, बीएनएमयू
मैं अभी बाहर हूं. इस विषय में कुछ भी नहीं बता सकता हूं.
डॉ आरबी झा, प्राचार्य, आरएम कॉलेज
शिक्षक के मान व सम्मान के साथ खिलवाड़ करने की इजाजत किसी को नहीं है. विश्वविद्यालय प्रशासन मामले की निष्पक्ष जांच करे.
डॉ अरुण कुमार खां, सिनेट सदस्य, बीएनएमयू
कैसे नहीं लीजियेगा एडमिशन… आपके दादा का मजाल है… : वीडियो में प्रॉक्टर अरविंद कुमार प्राचार्य डॉ आरबी झा को एडमिशन नहीं लेने पर धमकी देते कहते हैं कि…हम चाह लेंगे तो शहर में जी नहीं पाइयेगा…कॉलेज में नौकरी नहीं कर पाइयेगा…देखियेगा… कैसे नहीं लीजियेगा एडमिशन… आपके दादा का मजाल है… दिमाग को खोल लीजिए… आपका घर जाना भी बंद हो जायेगा… ये बेवकूफ प्रिंसिपल है, प्रो वीसी के आदेश को नहीं मानते हैं… इसी प्रकार प्रॉक्टर लगातार अनाप-शनाप बोलते रहे. हालांकि नामांकन हो जाने के बाद प्रॉक्टर के बोल बदल गये और अब वे प्राचार्य से पारिवारिक संबंध का हवाला दे रहे हैं.
कम नंबर, समय खत्म फिर भी हुआ एडमिशन
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement