सहरसा : भाकपा जिला सचिव सह जिला परिषद सदस्य ओमप्रकाश नारायण पर सोमवार की सुबह पंचवटी चौक के समीप हमला करने व धक्का मुक्की करने का मामला प्रकाश में आया है. सदर थानाध्यक्ष को दिये आवेदन में पीड़ित ने कहा कि वे अपने बेटे को केंद्रीय विद्यालय पहुंचाने जा रहे थे. पंचवटी चौक के समीप […]
सहरसा : भाकपा जिला सचिव सह जिला परिषद सदस्य ओमप्रकाश नारायण पर सोमवार की सुबह पंचवटी चौक के समीप हमला करने व धक्का मुक्की करने का मामला प्रकाश में आया है. सदर थानाध्यक्ष को दिये आवेदन में पीड़ित ने कहा कि वे अपने बेटे को केंद्रीय विद्यालय पहुंचाने जा रहे थे. पंचवटी चौक के समीप पहुंचे कि योगेंद्र यादव, अरविंद यादव, रूदल यादव, मुन्ना यादव, राजा यादव, कुंदन यादव, देवन यादव, राजीव कुमार, गौरव कुमार, प्रिंस कुमार सहित 50 अज्ञात ने अचानक घेर लिया और
गाली-गलौज करने लगे. मना करने पर योगेंद्र यादव ने गाली-गलौज करते कहा कि नेता बनता है, आज मचा चखायेंगे कि मेरे बेटे को पुलिस से मार खिलाने का क्या परिणाम होता है. सबने सुनियोजित तरीके से जान मारने की नीयत से हमला कर दिया. मुन्ना यादव ने गाली-गलौज करते कहा कि तुम नहीं जानते हो हम पंचवटी चौक के राजा हैं. हमारे खिलाफ जाअोगे, तो जान से मार देंगे. इसी दौरान मामले की जानकारी पुलिस को दी. पुलिस के आने से जान बची, अन्यथा लोग हत्या कर सकते थे.
उन्होंने कहा कि यह घटना आतंक फैलाने के लिए की गयी है. घटना का कारण यह है कि सदर थाना में दर्ज एक अपहरण के मामले में अपहृता की बरामदगी के लिए प्रशासन से अनुरोध किया था और मशाल जुलूस निकाला था.
समर्थकों ने किया रेल ट्रैक जाम : जिप सदस्य पर हमले की सूचना मिलते ही भाकपा कार्यकर्ता व उनके समर्थकों ने पॉलिटेक्निक ढाला जाम कर दिया. इस दौरान सहरसा से मधेपुरा की ओर जा रही ट्रेन नंबर 55570 को रोक दिया. प्रदर्शनकारी आरोपितों को अविलंब गिरफ्तार करने व सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे थे. अनुभव कुमार आर्य के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने ट्रेन को एक घंटे से अधिक समय तक रोके रखा. जिसके बाद सूचना मिलते ही सदर थानाध्यक्ष भाई भरत, आरपीएफ इंस्पेक्टर अर्जुन प्रसाद यादव, बनमनखी आरपीएफ के सब इंस्पेक्टर टीके यादव, कमलेश कुमार सहित अन्य जाम स्थल पहुंच लोगों को समझा बुझाकर ट्रेन को गंतव्य के लिए विदा किया. प्रदर्शन करने वालों में एआइएसएफ के जिला संयोजक संतोष कुमार, शंकर कुमार, संजय सिंह, हरिभूषण कुमार, गणेश शांडिल्य, मंटू कुमार, फुलेंद्र यादव, संजीव यादव, भवेश यादव, अभिषेक वर्मा, राहुल कुमार सहित दर्जनों कार्यकर्ता शामिल थे.