सहरसा : जिले के सत्तरकटैया प्रखंड अंतर्गत आरण गांव में मयूरों के विकास के लिए जल्द ही कार्य प्रारंभ किया जायेगा. इस क्षेत्र को मयूर विहार बनाने के लिए प्रशासकीय स्वीकृति दे दी गयी है. जल्द ही इस कार्य के लिए सर्वेक्षण का कार्य प्रारंभ होगा. जानकारी देते जिलाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल ने बताया कि आरण गांव में मयूर होने की जानकारी पर इसकी जांच की गयी थी, जो हकीकत थी. जांच के बाद मयूर रहने की पुष्टि हुई थी. इस गांव का दौरा खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था व उन्होंने क्षेत्र भ्रमण के दौरान मयूर अभ्यारण के रुप में विकसित करने का ग्रामीणों को आश्वासन दिया था.
जिस आलोक में विभाग ने मयूर विहार की स्वीकृति दे दी है. जिलाधिकारी श्री गुंजियाल ने बताया कि जल्द ही इस पर कार्रवाई प्रारंभ होगी. मालूम हो कि प्रभात खबर ने आरण गांव में मयूर होने की बात प्रमुखता से उठायी थी. इस पर जिला प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए वन विभाग के अधिकारियों की टीम को आरण गांव भेज जांच कार्य का निर्देश दिया था. टीम ने आरण में मयूर होने की पुष्टि की थी. इसकी जानकारी मिलने के बाद खुद जिलाधिकारी श्री गुंजियाल ने अन्य अधिकारियों के साथ आरण गांव का दौरा कर वस्तुस्थिति की जानकारी लेते हुए मयूर को देखने जंगलों में भी गये थे. जहां उन्होंने मयूर होने की बात को स्वीकार की थी. इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जिला के कार्यक्रम में आने के क्रम में वे आरण गांव पहुंचे. जहां जंगल जाकर उन्होंने मयूरों को देखा. वहीं उन्होंने ग्रामीणों से इस क्षेत्र को मयूर विहार के रूप में विकसित करने का आश्वासन दिया था. जिसके फलस्वरूप अब इस क्षेत्र के विकास के लिए पर्यटन विभाग ने कार्य योजना तैयार कर ली है. जल्द ही इस योजना पर कार्य प्रारंभ होगा.