मुजफ्फरपुर का उपेंद्र सहनी है लॉटरी आपूर्तिकर्ता
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अवैध लॉटरी कारोबार में मुकेश बना सरगना, रामबाग नया ठिकाना
मुजफ्फरपुर का उपेंद्र सहनी है लॉटरी आपूर्तिकर्ता जेल की हवा खा चुका है मुकेश लाइन बाजार को छोड़ रामबाग के प्रोफेसर कॉलोनी से कर रहा है कारोबार पूर्णिया : अवैध लॉटरी के कारोबार में रामबाग प्रोफेसर कॉलोनी का मुकेश अन्य कारोबारियों को पीछे छोड़ कर लॉटरी का थोक कारोबारी बन चुका है. 10 वर्ष पूर्व […]
जेल की हवा खा चुका है मुकेश
लाइन बाजार को छोड़ रामबाग के प्रोफेसर कॉलोनी से कर रहा है कारोबार
पूर्णिया : अवैध लॉटरी के कारोबार में रामबाग प्रोफेसर कॉलोनी का मुकेश अन्य कारोबारियों को पीछे छोड़ कर लॉटरी का थोक कारोबारी बन चुका है. 10 वर्ष पूर्व वह एक दवाई दुकान में सेल्समेन था. इस धंधे से जुड़ने के बाद अब उसे लाइन बाजार में जमीन व मकान है. साइकिल की सवारी करने वाला मुकेश अब लग्जरी वाहन की सवारी कर रहा है. पिछले 08 वर्ष से मुकेश लाइन बाजार कुंडी पुल के निकट एक निजी नर्सिंग होम के पीछे कार्यालय खोल कर 02 लॉटरी की बिक्री कर रहा था, जो अब रामबाग को अपना नया ठिकाना बना चुका है.
असली के साथ नकली लॉटरी का भी कारोबार
अवैध लॉटरी के कारोबारी एक ओर जहां पश्चिम बंगाल से असली लॉटरी की खरीद करते हैं, वहीं मुजफ्फरपुर से नकली लॉटरी की खेप पूर्णिया तक पहुंचती है. इस कारोबार में उपेंद्र सहनी का नाम चर्चा में रहा है.
सूत्रों की मानें तो उपेंद्र सहनी विगत 25 वर्षों से बिहार में लॉटरी टिकटों का कारोबार कर रहा है. उसके सभी जिलों में थोक खरीदार हैं, जिन्हें वह अपना मोबाइल नंबर 9934812252 एवं 9734029226 दे रखा है. उक्त दो नंबरों के द्वारा वह अपने कारोबारियों से भुगतान व आपूर्ति की बात करता है. यदि पुलिस द्वारा उक्त नंबरों का कॉल डिटेल खंगाली जाये तो सभी अवैध कारोबारी पुलिस की गिरफ्त में होंगे. उपेंद्र सहनी का सहकर्मी बीरबल सहनी लॉटरी टिकटों को गंतव्य स्थलों तक पहुंचाया करता है. सदर थाना कांड संख्या 92/16 में वह मुकेश के साथ इस मामले में जेल भी जा चुका है. जानकारों की मानें तो असली टिकटों की जगह नकली टिकटों में 100 फीसदी मुनाफा होता है. नकली टिकटों की प्रिंटिंग दिल्ली से होती है, जो मुजफ्फरपुर के रास्ते पूर्णिया पहुंचता है.
शहर में मुकेश के हैं 10 एजेंट
शहरी क्षेत्र में मुकेश के 10 एजेंट लॉटरी की बिक्री कर रहे हैं. इनमें लाइन बाजार में फिरोज मियां, श्याम, मधुबनी बाजार में संजय, प्रभु, नवीन एवं कटखेली, रिफ्यूजी कॉलोनी में मोहन, स्टेशन क्लब के निकट शंभु तथा भट्ठा बाजार में परवेज मियां शामिल है. ये सभी एजेंट ग्राहकों के मोबाइल से संपर्क कर लॉटरी की बिक्री कर रहे हैं. जानकार सूत्रों के अनुसार रामबाग का सन्नी कुमार अवैध लॉटरी का कारोबार छोड़ मोबाइल दुकान खोल लिया है. मुकेश के अलावा सदर थाना क्षेत्र में लॉटरी के आधे दर्जन कारोबारी चोरी-छिपे लॉटरी की टिकटें बेच रहे हैं. लॉटरी के अवैध धंधे में जहां इसके कारोबारी तेजी से फल-फूल रहे हैं, वहीं सैकड़ों परिवार तबाही के कगार पर पहुंच चुके हैं.
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