उन्होंने कहा है कि दिल्ली के मतदाताओं ने महंगाई, महिला उत्पीड़न खत्म करने, बिजली-पानी एवं सफाई, सस्ते दरों पर देने के वायदे करने वाली पार्टी आप को समर्थन दिया. श्री सिंह ने कहा है कि इस जनादेश से स्पष्ट है कि भाजपा और कांग्रेस के झूठों से जनता ऊब चुकी है, जहां तीसरा विकल्प मिलेगा जनता उसे राज सिंहासन पर बैठायेगी. उन्होंने कहा है कि भाजपा के नौ माह के कुशासन और जनता के पैसों को अपने प्रचार-प्रसार की भट्ठी में झोंक देने से ऊब कर दिल्ली की जनता ने यह फैसला दिया है. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार कांग्रेस ने अपने शासन काल में मध्य वर्गो, किसानों, मेहनतकशों के पैसों को लूटा वही कहानी सिर्फ उस लूट का शीर्षक बदल कर भाजपा ने बड़े पूंजीपतियों की पूंजी को पांच गुणा बढ़ाने लेने के लिए (अध्यादेशों के जरिये) रास्ता बनाया.
इससे किसान, मजदूर, खास कर मध्य वर्ग की स्थिति बद से बदतर होने लगी. छोटे व्यापारी खुदरा व्यापार में विदेशी निवेश से सड़क पर आ गये. उन्होंने कहा कि जो उस नतीजे को देख बिहार में इठलाने लगे हैं उन्हें यह मालूम होना चाहिए कि जिस सांप्रदायिकता को जनता ने दिल्ली में नकार दिया बिहार में भी सांप्रदायिकता के साथ-साथ जातीय समीकरण को भी धूल चटायेगी. सुशासन के नाम पर कुशासन के कोहरे को बिहार की जनता देख रही है. फिर दिल्ली में सांप्रदायिकता के विरुद्ध आम लोगों की एकजुटता थी न कि जातीय आधार पर एकजुटता. इसलिए बिहार के राजनीतिक पुरोधा से यह सोचने का समय है.