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247 साल पुराने जिले में विश्वविद्यालय नहीं

उपेक्षा. विवि स्थापना की घोषणा के एक साल पूरे पूर्णिया:जिलाकी स्थापना हुए 247 साल पूरा हो चुका है. पर इसका दुर्भाग्य है कि यहां आज तक विश्वविद्यालय की स्थापना नहीं हो सकी. जबकि वर्ष 1981 में िजला बने मधेपुरा में साल 1992 में बीएन मंडल विश्वविद्यालय की स्थापना हुई. इससे इतर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने […]

उपेक्षा. विवि स्थापना की घोषणा के एक साल पूरे

पूर्णिया:जिलाकी स्थापना हुए 247 साल पूरा हो चुका है. पर इसका दुर्भाग्य है कि यहां आज तक विश्वविद्यालय की स्थापना नहीं हो सकी. जबकि वर्ष 1981 में िजला बने मधेपुरा में साल 1992 में बीएन मंडल विश्वविद्यालय की स्थापना हुई. इससे इतर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साल 2016 मेंपूर्णियामें विश्वविद्यालय की स्थापना की घोषणा की थी. इस घोषणा के आज ठीक एक साल पूरे हो चुके हैं, लेकिन इस दिशा में अब तक कोई कदम आगे नहीं बढ़ाया जा सका है.
इंतजार सेजिलावासियों में बढ़ने लगी निराशा
ज्यों-ज्यों वक्त बीतता जा रहा है, सीमांचल के छात्रों, अभिभावकों और बुद्धिजीवियों में बेचैनी बढ़ने लगी है. स्थापना की घोषणा के एक वर्ष पूरे होने के बावजूद अब तक इस दिशा में कोई ठोस कवायद नहीं होना लोगों को निराश करने लगा है. वहीं इस वजह से तरह-तरह की बातें भी सामने आने लगी है. हालांकि इन बातों का कोई ठोस आधार बहरहाल नजर नहीं आ रहा है. जिम्मेवार लोग इस बाबत कुछ भी बोलने से परहेज करने लगे हैं. हाल ही में इस तरह की बात हवा में आयी थी कि बहरहाल मधेपुरा से ही विश्वविद्यालय का संचालन होगा. अगर ऐसा होता है तो नि:संदेह सीमांचल के छात्रों के सपने पर इसे वज्रपात ही माना जायेगा.
हो रहे विलंब की वजह से छात्र संगठनों में आंदोलन की रणनीति भी बनने लगी है. जन अधिकार पार्टी युवा परिषद के प्रदेश प्रवक्ता राजेश यादव कहते हैं कि ‘ राज्य सरकार की घोषणा अब तक हवा-हवाई है. लगता है कि एक बार फिर सीमांचल के लोगों को ठगने की कोशिश की जा रही है. ऐसी किसी भी कोशिश का मुंहतोड़ जवाब दिया जायेगा ‘ .
सीएम की घोषणा से जगी थी आस
पूर्णियामें बने विश्वविद्यालय के सीमांचल के छात्रों को होगी सुविधा
प्रमंडल के िजलों पूिर्णया, अररिया, किशनगंज व कटिहार के बच्चों को सैकड़ों किलोमीटर दूर जाना पड़ता है प्रशासनिक काम के लिए

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