पूर्णिया : शहर की चिकनी सड़कें हो या गांव की पगडंडी, जान हथेली पर लेकर सड़क पर सवारी करना लोगों की आदत सी बन गयी है. इस परिप्रेक्ष्य में सबसे खतरनाक यह है कि बाइक की सवारी करने वाले लोग हेलमेट पहनना अपने शान के खिलाफ समझते हैं. जबकि उन्हें भी पता है कि दुर्घटना की स्थिति में सबसे अधिक मौत सिर में चोट लगने की वजह से ही होती है. अक्सर ऐसा होता है कि हेलमेट उपलब्ध रहने के बावजूद लोग इसे अपनी बाइक पर महज टांग कर दिल को तसल्ली दे लेते हैं.
खतरे के इस खेल में अब महिलाएं भी शामिल हो चुकी है. जिला मुख्यालय की सड़कों पर भी स्कूटी चलाती ऐसी महिलाएं अक्सर नजर आ जाती है. जबकि उच्चतम न्यायालय का स्पष्ट आदेश है कि न केवल बाइक चालक को, बल्कि बाइक पर पीछे बैठने वाले सवारी को भी हेलमेट पहनना अनिवार्य है. हमारे छायाकार राजकिशोर गुप्ता ने तीन अलग-अलग जगहों पर ऐसे ही खतरों के खिलाड़ियों को अपने कैमरे में कैद किया है, जिसमें एक महिला भी शामिल है.