मुंगेर में गंगा पर रेल- सड़क पुल अब बनकर तैयार हो चुका है. अभी तक रेल पुल ही चालू किया गया था लेकिन अब गंगा पर बना सड़क पुल भी तैयार कर दिया गया है. हालांकि इसका लोकार्पण 25 दिसंबर 2021 को ही होना था लेकिन किसी कारणवश इसे फिलहाल टाल दिया गया है. इस पुल का शिलान्यास तत्कालिन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था. रेल पुल का लोकार्पण वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. जानते हैं इस रेल सड़क पुल से किन जिलों को राहत मिलेगी.
मुंगेर में गंगा पर बने इस रेल-सड़क पुल को मुंगेर के विकास के लिए मील का पत्थर माना जा रहा है. इस सड़क पुल के तैयार हो जाने से उत्तर बिहार, मिथिलांचल और कोसी का इलाका सीधे सड़क मार्ग से जुड़ जाएगा. इस पुल के बनने से खगड़िया और बेगूसराय के लोगों में भी उत्साह है. आजादी के सात दशक के बाद गंगा पर रेल के साथ सड़क पुल का उनका सपना साकार होने जा रहा है.
मुंगेर से कटकर पांच नये जिले अस्तित्व में आ चुके हैं. जिसके कारण मुंगेर को प्रमंडलीय मुख्यालय का दर्जा मिला है. लेकिन मुंगेर से अलग हुए बेगूसराय और खगड़िया को मुंगेर से जोड़े रखने के लिए तीनों जिलों के लोग मुंगेर गंगा नदी पर पुल बनाने की मांग काफी समय से करते आए हैं.
मुंगेर के लोगों को सड़क मार्ग से 160-170 किलोमीटर की दूरी तय कर अभी खगड़िया और बेगूसराय जाना पड़ता है. इस पुल के चालू हो जाने पर यह दूरी 130 किमी कम होगी और 170 किलोमीटर के बदले खगड़िया और बेगूसराय की दूरी मुंगेर से महज 30 से 40 किलोमीटर ही होगी.
गौरतलब है कि भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इस रेल-सड़क पुल का शिलान्यास 2002 में किया था. मार्च 2016 में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंगा पर बने रेल पुल का लोकार्पण किया था. लेकिन सड़क पुल का काम पूरा नहीं होने के कारण इसका शुभारंभ नहीं हो पाया था. अब सड़क पुल भी बनकर तैयार है. फिलहाल इसका लोकार्पण टाला गया है लेकिन जल्द ही इससे आवागमन भी शुरू होने वाला है.
Posted By: Thakur Shaktilochan