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Thursday, March 28, 2024

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Durga Puja 2022 : पटना में दिखेगा इंडोनेशिया का प्रंबानन मंदिर, जानिए डाकबंगला चौराहे के पंडाल की खासियत

पटना के डाकबंगला चौराहा पर बन रहे इस पूजा पंडाल के निर्माण में सनपैक रंगीन स्टोन, शीशा, रंगीन गोटा, शीप, प्लाई, गिनी फोम, फाइबर आदि का प्रयोग किया जायेगा. इस पूरे पंडाल को वास्तविक मंदिर का रूप देने की कोशिश की जा रही है.

पटना में दुर्गा पूजा की तैयारियां शुरू हो चुकी है. शहर की सभी पूजा समितियां एवं क्लब अपने पूजा पंडाल को खूबसूरत और आकर्षक बनाने में लग गए है. इसी क्रम में पटना के डाकबंगला चौराहे पर बनने वाला पूजा पंडाल इस बार इंडोनेशिया के प्रंबानन मंदिर के तर्ज पर बनेगा. इसका निर्माण शुरू हो गया है.

पंडाल की ऊंचाई लगभग 90 फुट

पंडाल के निर्माण का काम पश्चिम बंगाल के भुनिया डेकारेटर्स को दिया गया और इसका डिजाइन कोलकाता आर्ट कॉलेज के कलाकार रितेश चटर्जी ने बनाया है. पंडाल की ऊंचाई लगभग 90 फुट व चौड़ाई 55 फुट होगी. पूजा के दौरान इस भव्य पंडाल की खूबसूरती काफी मनमोहक होगी.

वास्तविक मंदिर का रूप देने की कोशिश

डाकबंगला चौराहा पर बन रहे इस पूजा पंडाल के निर्माण में सनपैक रंगीन स्टोन, शीशा, रंगीन गोटा, शीप, प्लाई, गिनी फोम, फाइबर आदि का प्रयोग किया जायेगा. इस पूरे पंडाल को वास्तविक मंदिर का रूप देने की कोशिश की जा रही है. साथ में 24 मेकैनिकल रोड पिलर रहेंगे, जिनमें अनेक प्रकार के फूल, रंग बदलते व घूमते हुए पक्षी, हानाबाड़ी गेट, लव साइन ड्रिम गर्ल, कंकाल साइकिल चलाते हुए, दुबई का बुर्ज खलीफा आदि को दर्शाया जायेगा.

भव्य एलइडी गेट का हो रहा निर्माण 

पंडाल के लिए इस वर्ष बिजली का काम पश्चिम बंगाल के भोला इलेक्ट्राॅनिक्स द्वारा किया जा रहा है. डाकबंगला चौराहे से कोतवाली तक चार भव्य एलइडी गेट बनाये जा रहे हैं जिनकी ऊंचाई 57 फुट व चौड़ाई 35 फुट होगी. एलइडी कैंप लाइट बल्ब के माध्यम से लरी टाइप मेकैनिकल स्ट्रकचर लगाया जा रहा है. जिसकी उंचाई 20 फुट होगी जिसमें बच्चों के लिए लुभाने व मनोरंजन केंद्र रहेगा.

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मां के आशीर्वाद रूप को दर्शाया जायेगा

पूजा के लिए मूर्ति निर्माण कोलकाता के मशहूर कलाकर जगन्नाथ पाल कर रहे हैं. यहां मां के आशीर्वाद रूप को दर्शाया जायेगा. मूर्ति के निर्माण में उपयोग हो रहे मिट्टी व जल को बनारस, हरिद्वार, ऋषिकेश और कोलकाता की हुगली नदी से मंगवाया गया है. वहीं, मां के साज-सज्जा का समान नौहटी (पं. बंगाल) व बनारस से मंगवाया गया है. साथ ही मां दुर्गा के विभिन्न रूपों को छोटी कन्याओं के माध्यम से ब्रह्माकुमारी द्वारा राजकीय कन्या उच्च विद्यालय के पास दिखाया जायेगा.

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