बिहार में इस साल (2022-23) में सड़कों के निर्माण और मरम्मत पर करीब 16,430.99 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इसमें से एनएच और एसएच पर 5819.03 करोड़ रुपये खर्च होंगे. साथ ही ग्रामीण सड़कों पर 10,611.96 करोड़ रुपये खर्च होंगे. राज्य सरकार ने विधानसभा में पेश नये बजट में यह प्रस्ताव रखा है.
सरकार का मकसद राज्य में सड़क नेटवर्क को बेहतर बनाना है. इसके तहत कच्ची दरगाह से बिदुपुर, सुलतानगंज से अगुआनी घाट और भागलपुर में विक्रमशिला सेतु के समानान्तर नये पुल के निर्माण प्रक्रिया में तेजी आयेगी. महात्मा गांधी सेतु का पूर्वी लेन मई, 2022 तक बन जायेगा. साथ ही महात्मा गांधी सेतु के समानांतर नये फोरलेन पुल का निर्माण कार्य प्रगति में है.
बजट में यह जिक्र किया गया है कि सात निश्चय-2 के सुलभ संपर्कता के तहत अधिक जाम लगने वाली सड़कों पर बाइपास या एलिवेटेड सड़कें बनायी जायेंगी. इसके मंजूरी की कार्रवाई की जा रही है. पटना शहर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए कारगिल चौक से पटना साइंस कॉलेज तक डबल डेकर फ्लाइओवर निर्माण शुरू किया गया है.
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छपरा शहर में भी गांधी चौक से नगरपालिका चौक तक डबल डेकर पुल बन रहा है. वहीं कोसी नदी पर फुलौत पुल और सोन नदी पर पांडुका पुल बनेगा. भारत-नेपाल सीमा के समानान्तर दो-लेन की सड़क बनायी जा रही है.
राज्य में कई एनएच का निर्माण हो रहा है. इसमें मुख्य रूप से पटना-गया- डोभी, आरा-मोहनियां, नरेनपुर- पूर्णियां, बख्तियारपुर-रजौली, पटना-बक्सर, बख्तियारपुर-मोकामा और सिमरिया-खगड़िया शामिल हैं. इसके साथ ही भारतमाला परियोजना के तहत आमस-दरभंगा और एम्स-पटना-बेतिया ग्रीन फिल्ड के निर्माण की प्रक्रिया चल रही है. पथ निर्माण विभाग की करीब 13 हजार 64 किमी लंबाई में ओपीआरएमसी-2 के तहत मेंटेनेंस कराया जा रहा है.
ग्रामीण कार्य विभाग के तहत मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना के तहत सभी जिलों में 250 से अधिक जनसंख्या वाले सभी टोला या बसावटों को वर्ष 2022-23 तक बारहमासी एकल सड़क संपर्कता देने का लक्ष्य है. वित्तीय वर्ष 2022-23 में छह हजार किमी लंबाई के ग्रामीण सड़कों का निर्माण कराने का लक्ष्य है. वर्ष 2022-23 में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 2500 किमी लंबाई में ग्रामीण पथों का निर्माण कराने का लक्ष्य है.
सात निश्चय 2- ग्रामीण बसावटों के लिए अतिरिक्त सुलभ संपर्कता के तहत वर्ष 2022-23 में एक हजार किमी सड़कों को बेहतर बनाया जायेगा. साथ ही मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ अनुरक्षण कार्यक्रम में करीब नौ हजार किमी लंबाई में ग्रामीण सड़कों की मरम्मति और मेंटेनेंस कराया जायेगा.
Published By: Thakur Shaktilochan