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रेल राज्यमंत्री जी, कब लगेगी लिफ्ट, कब बनेगा लॉज
पटना : राजेंद्र नगर टर्मिनल और पटना जंकशन पर यात्री सुविधा बढ़ाने को लेकर लिफ्ट, एस्केलेटर, पाम बायोमिटरिक टोकन डिस्पैचर मशीन, इंटीग्रेटेड सिक्यूरिटी सिस्टम और एयरपोर्ट के तर्ज पर लॉज आदि बनाने की योजना बनायी गयी. वहीं, पाटलिपुत्र जंकशन पर वेटिंग व रिटायरिंग हॉल के साथ-साथ शीतल पेयजल, वाशिंग पीट आदि निर्माण की योजना बनायी […]
पटना : राजेंद्र नगर टर्मिनल और पटना जंकशन पर यात्री सुविधा बढ़ाने को लेकर लिफ्ट, एस्केलेटर, पाम बायोमिटरिक टोकन डिस्पैचर मशीन, इंटीग्रेटेड सिक्यूरिटी सिस्टम और एयरपोर्ट के तर्ज पर लॉज आदि बनाने की योजना बनायी गयी. वहीं, पाटलिपुत्र जंकशन पर वेटिंग व रिटायरिंग हॉल के साथ-साथ शीतल पेयजल, वाशिंग पीट आदि निर्माण की योजना बनायी गयी. रेल मंडल प्रशासन ने मार्च तक योजना पूरी करने का लक्ष्य भी निर्धारित किया था, लेकिन अब तक योजना धरातल पर नहीं उतरी है. रेल राज्य मंत्री जी आखिर कब तक ये योजनाएं पूरी हो जायेंगी.
लिफ्ट लगाने के नाम पर खानापूर्ति
दो वर्ष पहले ही पटना जंकशन पर चार एस्केलेटर और चार लिफ्ट लगाने की योजना बनायी गयी, ताकि बुजुर्ग, बीमार और दिव्यांग यात्रियों को प्लेटफॉर्म बदलने में परेशानी नहीं हो.
लेकिन, रेलवे प्रशासन ने मध्य फूट ओवरब्रिज (एफओबी) के दस नंबर प्लेटफॉर्म पर एक वर्ष पहले एस्केलेटर लगाया. इसके बाद अब पश्चिमी छोर के एफओबी में एक नंबर प्लेटफॉर्म पर एस्केलेटर लगाने की प्रक्रिया शुरू की गयी है, जो सिर्फ खानापूर्ति है. इसकी वजह है कि दो एस्केलेटर लगने के बाद भी दिव्यांग व बुजुर्ग यात्रियों की परेशानी कम नहीं होगी. जबकि, लिफ्ट लगाने की योजना फाइलों में ही घूम रही है. इतना ही नहीं, तीन वर्ष पहले पीपीपी मोड पर आइआरसीटीसी के सहयोग से एयरपोर्ट के तर्ज पर लॉज बनाया जाना था. एक नंबर प्लेटफॉर्म पर स्थल भी चिह्नित किया गया, लेकिन अब तक योजना टेंडर प्रक्रिया में ही उलझी है. अनन-फानन में 9.8 लाख की लागत से पाम बायोमिटरिक टोकन डिस्पैचर मशीन लगायी गयी. लेकिन अब तक इस मशीन से आरक्षण टिकट बुकिंग शुरू नहीं की जा सकी है.
टर्मिनल पर यात्री सुविधाओं का अभाव
राजेंद्र नगर टर्मिनल से संपूर्ण क्रांति व राजधानी एक्सप्रेस खुलती है. साथ ही 80 जोड़ी से अधिक ट्रेनें यहां से गुजरती है. इसके बावजूद टर्मिनल पर यात्री सुविधाओं का अभाव है. सबसे अधिक परेशानी बुजुर्ग और बीमार यात्रियों को होती है. इसकी वजह है कि टर्मिनल पर स्थित दो एफओबी में से किसी में रैंप नहीं है. बुजुर्ग व बीमार यात्रियों को ट्राइसाइकिल के माध्यम से एक किमी घुम कर प्लेटफॉर्म बदलना पड़ता है. यह स्थिति तब है, जब टर्मिनल पर दो-दो लिफ्ट व एस्केलेटर लगाने की योजना बनायी गयी थी. वहीं, टर्मिनल पर दो बैटरी कार भी रखी गयी है, जो एक नंबर प्लेटफॉर्म पर खड़ी रहती है.
वेटिंग हॉल का है अभाव
ए-श्रेणी के स्टेशनों में शामिल है पाटलिपुत्र जंकशन, लेकिन यहां यात्री सुविधाओं का अभाव है. इस कारण यात्रियों को रोजाना परेशानी झेलनी पड़ती है. स्लीपर क्लास के यात्रियों के लिए स्टेशन पर वेटिंग हॉल है, लेकिन पर्याप्त जगह नहीं है. मार्च में ही स्टेशन की मुख्य बिल्डिंग के प्रथम तल्ला पर वेटिंग व रिटायरिंग हॉल बनाया जाना था, लेकिन अभी निर्माण कार्य ही चल रहा है. यहां शीतल पेयजल की व्यवस्था नहीं की गयी है. सभी प्लेटफॉर्म पर शेड भी नहीं है.
पटना : संचार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) व रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा गुरुवार की सुबह पटना पहुंचेंगे. पटना पहुंचने के बाद जंकशन से आठ बजे नवादा स्टेशन के लिए रवाना होंगे.
नवादा स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम में किऊल-गया रेलखंड के दोहरीकरण और तिलैया-किऊल रेलखंड के विद्युतीकरण कार्य का शुभारंभ करेंगे. इसके बाद रेल राज्य मंत्री दिन के 1:00 बजे गया पहुंचेंगे, जहां नवनिर्मित फुट ओवरब्रिज, प्लेटफॉर्म संख्या आठ-नौ के विस्तारण और शौचालय का उद्घाटन करेंगे.
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