पटना. बीआइटी पटना के आर्किटेक्ट डिपार्टमेंट के छात्रों का आंदोलन तेज हो गया है. उनके आंदोलन को अब दूसरे इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के छात्रों का भी समर्थन मिल गया है. आर्किटेक्ट डिपार्टमेंट के छात्र पिछले करीब एक हफ्ते से कैंपस में प्रदर्शन कर रहे है. इन छात्रों का कहना है कि बीआइटी प्रबंधन उनकी बातों को नहीं सुनने को तैयार नहीं है. हालांकि बीआइटी प्रबंधन ने छात्रों की मांग पर पहल करने की बात कही है.
क्या है मामला
ज्ञात हो कि बीआईटी पटना में चलाये जा रहे बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर कोर्स को 2012 में मान्यता मिली थी, इसके बाद इसे एक साल का एक्सटेंशन दिया गया था. 2016 के बाद इस कोर्स को एक्सटेंशन ही नहीं मिला है, जबकि इस सत्र के लिए स्टूडेंट्स का नामांकन भी कर लिया गया है. छात्रों का कहना है कि जब उन्हें एक्सटेंशन न मिलने की जानकारी हुई, तब उन्होंने संस्थान के प्रबंधन से इस बारे में वास्तविकता जानने की कोशिश की, लेकिन संस्थान की तरफ से किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं दी जा रही है. इससे अपने भविष्य को लेकर ये सशंकित हैं. उनका भविष्य अधर में लटक गया है. वहीं बीआइटी प्रबंधन इस पूरे मामले को देखने की बात दुहरा रहा है.
छात्र कर रहे है लगातार प्रदर्शन
अपने भविष्य को अंधेरे में देख बीआइटी के आर्किटेक्ट डिपार्टमेंट के छात्र लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों का कहना है कि जबतक प्रबंधन उनको पुख्ता जानकारी नहीं देगा, वे पीछे नहीं हटेंगे. गुरुवार को छात्रों ने कैंपस में काले लिबास में तख्तियों के साथ प्रदर्शन किया. वहीं रविवार को भी छात्रों ने पूरी रात प्रदर्शन किया. छात्रों की मांग है कि प्रबंधन आश्वाशन न दे, बल्कि वीसी, डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर, डीन एकेडमिक, रजिस्ट्रार और आर्किटेक्ट विभाग के एचओडी उनकी बातों को सुनें तथा उचित कार्रवाई करें. छात्रों ने अपने प्रदर्शन के क्रम में कैंपस में सार्वजनिक उपयोग वाली जगहों पर तालाबंदी भी की है.
होगी हाई लेवल मीटिंग
इधर बीआईटी पटना कैंपस में निदेशक डॉक्टर एसके लाल ने बताया कि छात्रों की परेशानी को देखते हुए बीआइटी मेसरा प्रबंधन एक-दो दिन में हाई लेवल मीटिंग करेगा और छात्रों के भविष्य के लिए उचित निर्णय लेगा.