पटना : गर्ल फ्रेंड बनाना, शादी का झांसा देना, ऐश-ओ-आराम कराना निखिल प्रियदर्शी का शौक है और यही शौक उसे सलाखों के पीछे ले गयी है. जी हां! उत्तराखंड से गिरफ्तार किये गये निखिल और उसके पिता को बेऊर जेल के आमद वार्ड में रखा गया है. उसकी पहली रात मच्छरों के बीच बामुश्किल गुजरी. वह रात भर सो नहीं पाया. शनिवार की सुबह उसने जेल की तरफ से परोसा गया नाश्ता किया. दिन में दाल-रोटी सब्जी खाया. वहीं उसके पिता ने सुबह का नाश्ता नहीं किया लेकिन दोपहर में खाना खाया. दोनों को अभी आमद वार्ड में ही रखा गया है, बैरक में नहीं भेजा गया है.
अब तक नहीं मिला है रिमांड
गिरफ्तारी के बाद पटना पुलिस ने निखिल प्रियदर्शी और उसके पिता को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में अर्जी तो दिया है लेकिन अभी तक आदेश नहीं मिला है. रिमांड पर लेने के बाद दोनों से पूछताछ होनी है. पीडिता के तरफ से लगाये गये आरोप के बारे में पूछताछ की जायेगी. इसके बाद सीआइडी की एसआइटी भी उसे रिमांड पर ले सकती है.
ब्रजेश पांडेय के अग्रिम जमानत की तारीख आगे बढ़ी
पीड़िता ने यौन शोषण मामले में निखिल समेत चार लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी एससीएसटी थाने में दर्ज करायी थी. इसमें निखिल, मनीष उसके पिता की गिरफ्तारी हो चुकी है जबकि संजीत अब तक फरार है. संजीत निखिल का दोस्त है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है. वहीं कांग्रेस नेता ब्रजेश पांडेय के अग्रिम जमानत अर्जी पर सुनवाई की तारीख आगे बढ़ा दी गयी है. अब तक उन्हें राहत नहीं मिली है, पुलिस उन्हें भी तलाश रही है.
नाटक नहीं अाया काम खानी पड़ी जेल की हवा
उत्तराखंड से लाये जाने के बाद निखिल प्रियदर्शी ने अपने पिता के बीमार होने की बात कही थी. उन्हें हर्ट प्राब्लम होने की बात कही थी. उसकी डिमांड थी कि बीमारी और जांच कराने के लिए उसे जेल में नहीं बल्कि पीएमसीएच के कैदी वार्ड में रखा जाय. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. दोनों को जेल भेज दिया. यहां बता दें कि दोनों की गिरफ्तारी बुद्धा कॉलोनी थाने में दर्ज कराये गये केस के मामले में हुई है.