बिहार अंडा प्रचुरता अभियान का शुभारंभ आज से
पटना : अगले छह माह में राज्य में प्रतिदिन तीन करोड़ अंडों का उत्पादन होगा. इसके लिए किसानों को ट्रेनिंग दी जायेगी. इन किसानों को लगभग 2800 करोड़ रुपये का लोन भी दिया जायेगा. इससे सूबे के 50,000 लोगों को सीधा रोजगार मिलेगा. सोमवार को बिहार विद्यापीठ भवन एवं उद्यमिता केंद्र में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में उक्त बातें कही गयीं. इस मौके पर केंद्रीय राज्यमंत्री गिरिराज सिंह भी मौजूद रहे.
उन्होंने बताया कि वर्तमान में सीवान, गोपालगंज, आरा, बक्सर, शेखपुरा, नवादा, किशनगंज और बांका के कुल 2021 किसानों ने आवेदन किया है. इनमें से 100 किसानों का आवेदन स्वीकृत करते हुए बैंकों को आगे की कार्रवाई के लिए भेजा गया है. इसी के मद्देनजर बिहार विद्यापीठ भवन में अंडा प्रचुरता अभियान का शुभारंभ 24 जनवरी को सूबे के पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन मंत्री अवधेश कुमार सिंह के द्वारा किया जायेगा.मंत्री सिंह ने बताया कि राज्य में प्रतिदिन 2.8 करोड़ अंडों की खपत है, जबकि प्रतिदिन मात्र 10 लाख अंडों का ही उत्पादन होता है. यानी शेष 2.7 करोड़ अंडे दूसरे प्रदेश से आते हैं. राज्य में ही अंडा प्रचुरता अभियान के जरिये अंडे का उत्पादन तकनीक की सहयता से बढ़ाया जायेगा.
इससे राज्य में अंडे की कमी नहीं होगी. यहां कपड़ा, मछली और दूध के उत्पादन को भी बढ़ाने का काम करेगी. सिंह ने कहा कि राजेंद्र बाबू और गांधी जी के हर हाथ काम और हर खेत पानी के सपने को केंद्र सरकार पूरा करने की कोशिश करेगी.
बिहार विद्यापीठ के सदस्य संजीव श्रीवास्तव ने कहा कि अंडा प्रचुरता अभियान का उद्देश्य है. प्रदेश में कुपोषण की समस्या से निजात दिलाना और युवाओं को स्वरोजगार उपलब्ध करवाना. उन्होंने कहा कि सरकार ने आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से बच्चाें को सप्ताह में दो अंडा देने की योजना कार्यान्वित की है. पूर्व आईएस विजय प्रकाश, राणा अवधेश सिंह, स्टेट लेवल बैंकर्स कमेटी के संयोजक आर के दास, प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की पौत्री तारा सिन्हा आदि मौजूद थीं.