पटना : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आज कहा कि नोटबंदी के जरिये कालाधन पर सफलतापूर्वक प्रहार करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा देश में राजनीति से कालाधन को समाप्त करने, राजनीतिक जीवन में सुचिता को बढावा देने और चुनाव सुधारों का नेतृत्व करेगी.
पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल में आज आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान दीनदयाल उपाध्याय संपूर्ण वाड्मय का लोकार्पण करते हुए शाह ने कहा कि भाजपा की सरकार ने नोटबंदी के फैसले के बाद यह तय किया है, इस देश में कालेधन को लेकर एक बड़ी लड़ाई लड़ी जायेगी. उन्होंने कहा कि नोटबंदी का यह फैसला कोई धन्ना सेठों को खुश करने के लिए नहीं बल्कि इसका सबसे अधिक फायदा किसी का होने वाला है तो देश के 80 करोड़ गरीबों का होने वाला है.
अमित शाह ने कहा कि कर की चोरी समाप्त होने से बजट की राशि बढ़ती है, तभी गरीब कल्याण का काम हो पाता है. उन्होंने कहा, ‘‘कुछ विचारक और आलोचक यह पूछते हैं कि मोदी जी कालाधन की बात तो कर रहे हैं पर राजनीति के अंदर कालाधन का क्या, राजनीतिक जीवन में सुचिता का क्या और चुनाव सुधार का क्या. मैं आज इस मंच से कहना चाहता हूं कि मोदी जी ने तीनों चीजों पर शुरुआत कर दी है और भाजपा इस देश में चुनाव सुधाराें का भी नेतृत्व करेगी, राजनीतिक जीवन में सुचिता को बढ़ावा देने और राजनीति के अंदर से कालेधन को समाप्त करने की पहल करेगी.
नरेंद्र भाई के नेतृत्व में इन तीनों चीजों को भाजपा लेकर आगे बढ़ने वाली है.’ शाह ने कहा कि राजनीतिक सुचिता में भाजपा आज भी सबसे आगे पर हम कुछ समय बाद ऐसी योजना लेकर आएंगे जिसमें उनकी पार्टी अन्य दलों से कहीं और अधिक आगे निकल जायेगी. उन्हाेंने कहा कि चुनाव सुधार के बारे में नरेंद्र भाई ने सभी दलों से आह्वान किया है और भाजपा ने भी अपनी टीम बनायी है जो चुनाव सुधार पर काम करके खर्च रहित चुनाव की परिकल्पना देश के सामने रखेगी और राजनीतिक चंदे की पारदर्शिता के मामले में भाजपा दो कदम आगे होगी.
शाह ने कहा कि नवनिर्माण और पुननिर्माण शब्दों के बीच कांग्रेस और जनसंघ की मूल विचारधारा का अंतर सरलता से समझ में आता है. उन्होंने कहा कि दीनदयाल जी ने अपने भाषणों और लेखों के जरिए राष्ट्र गौरव को जागृत करने का काम किया. उन्होंने राजनीतिक पार्टी चलाने जो के नियम एवं पद्धति बनाये थे और सिद्धांत को सरल करके उसकी व्याख्या की थी आज उसका परिणाम देखिए कि दस सदस्यों से बनी जनसंघ पार्टी आज 11 करोड़ सदस्य बनकर दुनिया का सबसे बडा राजनीतिक दल बनकर उभरा है.
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि दीनदयाल जी ने विचार का एक छोटा वृक्ष का जो बीज बोया था वह आज एक वटवृक्ष बनकर न केवल हिंदुस्तान बल्कि पूरे दुनिया की समस्याओं को सुलझाने की दिशा में अग्रसर होता हुआ दिखाई पड़ता है. शाह ने कहा कि दीनदयाल जी ने हर समस्या को बहुत ही सरल तरीके और विनम्रता के साथ लोगों के सामने रखा और जनसंघ की कार्यप्रणाली की जो नींव डाली आज भी उसी नींव पर भाजपा का भव्य भवन खड़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि आज हम गर्व के साथ कह सकते हैं, भाजपा देश का विचार और चिंता करने वाली पार्टी है.
अमित शाह ने कहा कि किसी दल का परिचय उसके सिद्धांत और उसके द्वारा किए गए आंदोलन और उससे निकले नेता होते हैं. उन्होंने गौ हत्या पर प्रतिबंध, रामजन्म भूमि आदि को लेकर चलायेगये आंदोलनों का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे सिद्धांत और आंदोलन को देख लिया जाए, हरेक आंदोलन के पीछे देश का विचार है. हम कभी भाजपा के कार्यकर्ता कोई भी आंदोलन या यात्रा पर किसी नेता को बड़ा करने के लिए नहीं निकले बल्कि देश की समस्या को लेकर जागृति और उसके खिलाफ लड़ने के लिए निकले.
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी सरकार ने दीन दायाल की शताब्दी को गरीबों के कल्याण के वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय लिया है और इसी का परिणाम है कि आज देश की आजादी के सत्तर साल बाद डेढ साल में 27 करोड गरीबों का जनधन खाता खुला. 1.37 करोड़ लोगों ने गरीबों का चुल्हा जलाने के लिए एलपीजी पर मिलने वाले अपने अनुदान छोड़े.
इससे पूर्व पटना पहुंचने पर शाह ने 350वें प्रकाश पर्व पर तख्त हरमंदिर जाकर माथा टेका और उसके बाद भाजपा के प्रदेश कार्यालय में पार्टी के नेताओं से बातचीत की. इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय, सुशील कुमार मोदी और केंंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह और रविशंकर प्रसाद मौजूद थे.