19.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

‘सनक में लिया गया है नोटबंदी का निर्णय’

पटना : पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी ने कहा कि आठ नवंबर को प्रधानमंत्री ने पांच सौ और हजार के नोट रद्द किये जाने की घोषणा की थी. उन्होंने कहा कि सनक में उठाये गये क़दम से देश की अर्थव्यवस्था को कुल कितना नुक़सान पहुंचा है इसका अंतिम आकलन तो बाद में होगा. लेकिन रिजर्व बैंक […]

पटना : पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी ने कहा कि आठ नवंबर को प्रधानमंत्री ने पांच सौ और हजार के नोट रद्द किये जाने की घोषणा की थी. उन्होंने कहा कि सनक में उठाये गये क़दम से देश की अर्थव्यवस्था को कुल कितना नुक़सान पहुंचा है इसका अंतिम आकलन तो बाद में होगा. लेकिन रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने जो आकलन बताया उसके अनुसार देश का विकास दर 7.6 से 7.1 प्रतिशत पर आ जाने की संभावना है.
यानि राष्ट्रीय आमदनी में 0.5 प्रतिशत की गिरावट आयेगी.
भारत सरकार के राजस्व सचिव के मुताबिक इस माह के अंत तक यानी रद्द नोटों को बैंकों मे जमा करने की अंतिम मोहलत तक लगभग सारे रद्द नोट बैंकों में वापस आ सकते हैं. इसका अर्थ हुआ कि नगदी में काला धन होने का जो दावा किया जा रहा था वह गलत साबित हुआ.
या वह कालाधन कम था जो भ्रष्ट बैंक पदाधिकारियों की सहायता से सफेद कर लिया गया. उन्होंने कहा कि इस तरह नोटों को रद्द किये जाने का जो मुख्य मकसद प्रधानमंत्री ने बताया था वह गलत साबित हो रहा है. शिवानंद ने कहा कि नोटबंदी के पहले देश की आर्थिक हालत ठीकठाक थी. सरकार का दावा था कि हम दुनिया में सबसे तेज गति से विकास करने वाले देश हैं. हमारी विकास की गति चीन से भी तेज है.
उन्होंने कहा कि जब अर्थव्यवस्था बिलकुल स्वस्थ हालत में दिखाई दे रही थी तो प्रधानमंत्री द्वारा उठाये गये इस कदम का औचित्य समझ के बाहर है. ठीकठाक चल रही अर्थव्यवस्था से इतनी बड़ी राशि निकाल लेना एक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर से 86 प्रतिशत खून निकाल कर उसे अधमरा बना दिये जाने के समान है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें