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डेंगू ने बकरी के दूध की कीमत 150 रुपये प्रति लीटर पहुंचायी

आनंद तिवारी पटना : पटना सहित पूरे बिहार में डेंगू का कहर जारी है. सूबे में मरीजों की संख्या 1000 के पार पहुंच गयी है. उचित उपचार के अभाव में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. पीड़ित लोग अब हर नुस्खा आजमाने लगे हैं, जिससे इस बीमारी से उबरने की गुंजाइश हो. डेंगू से […]

आनंद तिवारी
पटना : पटना सहित पूरे बिहार में डेंगू का कहर जारी है. सूबे में मरीजों की संख्या 1000 के पार पहुंच गयी है. उचित उपचार के अभाव में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. पीड़ित लोग अब हर नुस्खा आजमाने लगे हैं, जिससे इस बीमारी से उबरने की गुंजाइश हो. डेंगू से लड़ने के लिए लोग बकरी के दूध के अलावा पपीते का जूस और पत्तियों का इस्तेमाल जम कर रहे हैं.
बकरी का दूध प्लेटलेट्स बढ़ाने में मदद करता है: पीएमसीएच में 10-15 डेंगू के नये मरीज रोज आ रहे हैं. जिन मरीजों में डेंगू होने की संभावना है, उनको डॉक्टर पतीते का जूस और उसके पत्तियों सेवन करने को कहते हैं. इसके अलावा इस रोग में बकरी का दूध भी लाभदायक होता है.
डॉक्टरों की मानें, तो बकरी का दूध प्लेटलेट्स बढ़ाने में मदद करता है. बकरी का दूध के पीने से ब्लड में गाढ़ापन आता है. इसमें विटामिन और मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाये जाते हैं, जो बीमारियों से लड़ने और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करते हैं. विटामिन बी6, बी12, विटामिन डी, फोलिक एसिड और प्रोटीन भरपूर मात्रा में होता है. बकरी के दूध की डिमांड बढ़ने का नतीजा है कि पटना में दूध 150 से 180 रुपये प्रति लीटर तक बिक रहा है. इससे शहर के बुद्धा कॉलोनी, मंदिरी, पटना सिटी आदि जगहों में बकरी पालनेवालों की चांदी हो गयी है. आमतौर पर बकरी का दूध 35 से 40 रुपये प्रति लीटर मिल जाता है.
क्या कहते हैं व्यापारी
सितंबर से नवंबर तक तीन महीने दूध महंगा हो जाता है. क्योंकि मरीज के साथ आम लोग भी दूध लेने आते हैं. इससे एक दिन में तीन से चार बार दूध निकालना पड़ता है. डिमांड अधिक होने के चलते रेट बढ़ाना पड़ता है. लेकिन तीन महीने के बाद दूध का रेट फिर घट जाता है.
मनोज कुमार, दूध व्यापारी

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