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यक्षिणी की याद में पूरे साल जिलों में मनेगा बिहार कला दिवस
पटना : यक्षिणी की स्मृति में युवा कला-संस्कृति विभाग वर्ष 2016-17 में सभी जिलों में ‘बिहार कला दिवस’ का आयोजन करेगा. ‘बिहार कला दिवस’ के आयोजन का श्री गणेश 18 अक्तूबर को पटना के अधिवेशन भवन से होगा. ‘बिहार कला दिवस’ का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव करेंगे. इन दोनों के अलावा […]
पटना : यक्षिणी की स्मृति में युवा कला-संस्कृति विभाग वर्ष 2016-17 में सभी जिलों में ‘बिहार कला दिवस’ का आयोजन करेगा. ‘बिहार कला दिवस’ के आयोजन का श्री गणेश 18 अक्तूबर को पटना के अधिवेशन भवन से होगा. ‘बिहार कला दिवस’ का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव करेंगे. इन दोनों के अलावा कला संस्कृति मंत्री शिवचंद्र राम भी कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित रहेंगे. कला-संस्कृति विभाग ने आयोजन की तैयारियां शुरू कर दी है. अधिवेशन भवन में होने वाले ‘बिहार कला दिवस’ कार्यक्रम में इस बार शारदा सिन्हा और यासिर खान भी अपने गायन से शमां बांधेंगे.
उनके अलावा निनाद का फोक-डांस का कार्यक्रम भी होगा. इन सबके अलावा कला-संस्कृति, साहित्य, नाटक, रंगमंच, सिनेमा और गायन-वादन में बिहार का नाम पूरी दुनिया में रौशन करने वाली 42 हस्तियां सम्मानित होंगी. पिछले दो वर्षों से यह सम्मान सूबे के कला-जगत की हस्तियों को नहीं मिल पाया था. विभाग के कला निदेशक सत्य नारायण मिश्र ने बताया कि यक्षिणी की दुर्लभ प्रतिमा 18 नवंबर, 1917 को ही मिली थी.
यक्षिणी की स्मृतियों को जीवंत बनाये रखने के उद्देश्य से विभाग ने इस बार 18 नवंबर, 2016 से 19 नवंबर, 2017 तक सभी जिला और प्रखंडों में ‘बिहार कला दिवस’ मनाने की योजना बनायी है. इसके तहत जिला व प्रखंडों में नाटक, सांस्कृतिक कार्यक्रम, कला संस्कृति पर परिचर्चा और नृत्य आदि के कार्यक्रम होंगे. जिला और प्रखंडों में पूरे साल बिहार कला दिवस के आयोजन करने का निर्देश जिलाधिकारियों को दिये गये हैं.
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