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एक करोड़ के अवैध पटाखे जब्त
पटना सिटी : अनुमंडल व पुलिस प्रशासन की टीम ने शुक्रवार की शाम आतिशबाजी की मंडी खाजेकलां में बने पटाखा के गोदाम में छापेमारी की. छापेमारी के लिए पहुंची प्रशासन की टीम को विरोध व हंगामे का सामना करना पड़ा. करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद भी जब मकान के अंदर बने गोदाम का […]
पटना सिटी : अनुमंडल व पुलिस प्रशासन की टीम ने शुक्रवार की शाम आतिशबाजी की मंडी खाजेकलां में बने पटाखा के गोदाम में छापेमारी की. छापेमारी के लिए पहुंची प्रशासन की टीम को विरोध व हंगामे का सामना करना पड़ा. करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद भी जब मकान के अंदर बने गोदाम का दरवाजा नहीं खुला, तो पुलिस ने गेट का ताला तोड़ कर घर में प्रवेश किया और अवैध रूप से रखे गये
लगभग एक करोड़ रुपये के पटाखे जब्त किये. गोदाम में छापेमारी के लिए पहुंची टीम में सिटी एसपी पूर्वी सायली, एसडीओ योगेंद्र सिंह व डीएसपी हरि मोहन शुक्ला विभिन्न थानों की पुलिस के साथ दोपहर लगभग तीन बजे पहुंचे. जब टीम खाजेकलां घाट रोड स्थित नवाब मंजिल में आवास सह गोदाम में मो रिजवान के यहां छापेमारी को पहुंची, तो टीम को लगभग दो घंटे तक इंतजार करना पड़ा. इसके बाद टीम ने ताला तोड़ घर में प्रवेश किया, जहां सजे दुकान व कार्टन में रखे पटाखाें को जब्त कर पिकअप वैन पर लाद ले जाने की कार्रवाई आरंभ की ,तो लोगों ने विरोध शुरू कर दिया.
प्रशासन की कार्रवाई के बाद आक्रोशित पटाखा कारोबारियों ने खाजेकलां घाट रोड व खाजेकलां मोड़ के पास सड़क जाम कर हंगामा किया. लोगों के उग्र तेवर को देख कर बाद में पुलिस ने बल प्रयोग कर खदेड़ दिया. हालांकि, एसडीओ व पुलिस ने बल प्रयोग की घटना से इनकार किया है.
बताते चलें कि बीते चार अक्तूबर को प्रशासन की टीम ने खाजेकलां से लेकर मच्छरहट्टा के बीच में आतिशबाजी की दुकान के खिलाफ अभियान चलाया था. अभियान के क्रम में एक दर्जन दुकानों को प्रशासन ने सील कर दिया था, जबकि नौ दुकानदारों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. गिरफ्तार दुकानदारों की जमानत शुक्रवार को हुई थी. इससे पहले अनुमंडल प्रशासन की ओर से आतिशबाजी के दुकानदारों को नोटिस निर्गत किया गया था.
पटना. इस बार विदेशी पटाखों से दीपावली रौशन नहीं होगी. इस पावन त्योहार के मौके पर केंद्र सरकार की एजेंसी डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआइ) ने राज्य की आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) को आदेश जारी किया है. इसके मद्देनजर इओयू ने सभी डीएम को कहा है कि वे अपने-अपने जिलों में विदेशी पटाखा बेचने वाले किसी तरह के व्यापारी को लाइसेंस देने से सख्त तौर पर मना कर दिया है. विदेशी पटाखा की बिक्री किसी तरह से नहीं की जायेगी.
इसके किसी व्यापारी को किसी तरह का लाइसेंस या अन्य तरह की अनुमति नहीं दी जायेगी. छोटे शहरों में खासतौर से इस आदेश का पालन हो, इसका खासतौर से ध्यान सभी डीएम को रखने के लिए कहा गया है. जारी आदेश में कहा गया है कि घरेलू उद्योग या भारत में निर्मित पटाखा बेचने वालों को ही सिर्फ लाइसेंस दिया जायेगा.
डीआरआइ के अनुसार, विदेशी पटाखों से घरेलू उद्योगों को तो नुकसान होगा ही. इसके साथ ही इसमें मौजूद कुछ खतरनाक रसायन या अन्य तरह के पदार्थ वातावरण को भी पूरी तरह से प्रदूषित करने वाले और लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाले हैं. इन कारणों से ऐसे पटाखों की बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगाया गया है.
दीवाली के त्योहार के मौके पर इस तरह की विदेशी पटाखों की अवैध रूप से बिक्री होने या इनका व्यापार होने की भी आशंका काफी बढ़ गयी है. इसके मद्देनजर ऐसे दुकानदारों पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए भी कहा गया है. पुलिस महकमा को भी पटाखा बेचने वाले सभी दुकानदारों की निरंतर जांच करने के लिए कहा गया है, ताकि किसी भी तरह से अवैध रूप से विदेशी पटाखों की बिक्री नहीं हो पाये.
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