पटना: बुधवार की देर शाम एसोसिएशन की बैठक में जूनियर डॉक्टरों ने सरकार को अल्टीमेटम देने के साथ ही हड़ताल खत्म करने का फैसला लिया. इससे पहले 24 घंटे तक जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल पर रहने के कारण मेडिकल कॉलेजों में चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी.
स्टाइपेंड की मांग को लेकर पीएमसीएच के साथ ही एनएमसीएच के जूनियर डॉक्टर भी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये थे. इसके कारण बुधवार को पीएमसीएच में इमरजेंसी से लेकर वार्डो में भरती मरीजों का हाल-बेहाल रहा. दोपहर तक इमरजेंसी पूरी तरह से खाली हो गया. सजिर्कल व मेडिकल इमरजेंसी में बेड खाली हो गये थे. इमरजेंसी में कुछ डॉक्टरों की तैनाती की गयी थी, लेकिन वे एक-दूसरे का हाल जानने में लगे थे. इमरजेंसी में भरती मरीजों को सुबह दस बजे तक किसी डॉक्टर ने देखने की जरूरत नहीं समझी. अव्यवस्था का यह आलम था कि किस मरीज को रेफर करना है या किसे क्या जांच करानी है.
इसकी जानकारी न तो मरीजों को थी और न ही नर्सो को. व्यवस्था को सामान्य बनाये रखने के लिए अस्पताल प्रशासन ने सिविल सजर्न से डॉक्टरों की मांग की थी, जिसमें लगभग 25 डॉक्टरों ने देर शाम तक काम संभाल लिया था. उधर, बुधवार को लगभग 32 मरीजों का ऑपरेशन होना था, जो नहीं हो सका. उन मरीजों को दवा देकर गुरुवार का समय दिया गया है. सुबह का राउंड लेने भी चिकित्सक नहीं पहुंचे थे. लगभग साढ़े दस बजे से सीनियर डॉक्टरों ने इमरजेंसी व वार्डो में भरती मरीजों को देखा, लेकिन बाद में एक भी डॉक्टर नहीं पहुंचे. सभी डॉक्टरों की तत्काल प्रभाव से नियुक्ति हुई थी.
डीएम साहेब का आदेश, इमरजेंसी में कवरेज नहीं होगा : मंगलवार की रात 12 बजे जब मीडियाकर्मी पीएमसीएच की इमरजेंसी में रिपोर्टिग के लिए पहुंचे तो सुरक्षा कर्मियों ने सभी को रोक दिया. सुरक्षा कर्मियों के मुताबिक अस्पताल अधीक्षक ने दिशा-निर्देश देते हुए कहा है कि किसी भी हाल में मीडियाकर्मी को अंदर नहीं जाने देना है. इसलिए आपको अंदर जाने के लिए लिखित लाना पड़ेगा. इसके बाद कवरेज के लिए गये एक रिपोर्टर ने अपने मोबाइल से नंबर लगाया और पूछा कि हम अंदर कवरेज के लिए नहीं जा सकते हैं तो अधीक्षक ने कहा कि डीएम साहब का निर्देश आया है कि इमरजेंसी में किसी भी हाल में मीडिया वाले को नहीं जाने दिया जाये.
पीएमसीएच में नहीं लगा शाम का राउंड : बुधवार की शाम पीएमसीएच इमरजेंसी सहित वार्डो में भरती मरीज डॉक्टरों का इंतजार करते रहे. मगर कोई डॉक्टर राउंड में नहीं आये. जानकारी के मुताबिक बुधवार को 130 मरीज दूसरी जगहों पर जा चुके हैं. बहुत से मरीज आइजीआइएमएस में चले गये. इस हड़ताल से बिचौलिये भी भरती मरीजों को बाहर ले जाने की कोशिश कर रहे हैं. अस्पताल उपाधीक्षक डॉ विमल कारक ने कहा कि हड़ताल के पूर्व से ही शाम का राउंड लेने के लिए डॉक्टरों को दिशा-निर्देश दिया जा चुका है. फिर भी अगर कोई डॉक्टरराउंड नहीं लेंगे, तो ऐसे चिकित्सकों से स्पष्टीकरण मांगा जायेगा.