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उफनती गंगा की लहरों पर बिठाये पहरे
बाढ़ का खौफ. अफसरों की छुट्टी रद्द, शाम के बाद नाव पर रोक, ओवरलोडिंग की निगरानी गंगा के जल स्तर में अगले 24 घंटों में नौ से 16 सेंटीमीटर वृद्धि होने की आशंका मनेर में आज सोन ने दी बड़ी राहत, खतरे के निशान से 19 सेंटीमीटर नीचे बह रही पटना : पटना और भागलपुर […]
बाढ़ का खौफ. अफसरों की छुट्टी रद्द, शाम के बाद नाव पर रोक, ओवरलोडिंग की निगरानी
गंगा के जल स्तर में अगले 24 घंटों में नौ से 16 सेंटीमीटर वृद्धि होने की आशंका
मनेर में आज सोन ने दी बड़ी राहत, खतरे के निशान से 19 सेंटीमीटर नीचे बह रही
पटना : पटना और भागलपुर में गंगा का उफान बुधवार को भी नहीं थमा. दोनों जिलों में गंगा डेंजर लेवल से 74 से 82 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी. पटना मेें पुनपुन भी खतरे के निशान से 81 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गयी है.
पटना में गंगा अौर पुनपुन के खतरे के निशान से ऊपर बहने के कारण बाढ़ नियंत्रण कक्ष ने चौकसी बढ़ा दी है. हालांकि, बाढ़ नियंत्रण कक्ष ने सभी नदियों के तटबंधों के सुरक्षित होने का दावा किया है.
पटना व भागलपुर के अलावा सीवान, खगड़िया और कटिहार में भी घाघरा, बूढ़ी गंडक ओर कोसी डेंजर लेवल से ऊपर बह रही है. पटना और भागलपुर में गंगा के जलस्तर में अगले 24 घंटों में नौ से 16 सेंटीमीटर और वृद्धि होने की संभावना है. पटना के मनेर में बुधवार को सोन ने बड़ी राहत दी. सोन वहां खतरे के निशान से 19 सेंटीमीटर नीचे बह रही है.
दरभंगा-झंझारपुर में कमला भी डेंजर लेवल से 123 सेंटीमीटर नीचे आ गयी है. वहीं दूसरी ओर, पटना-बक्सर सहित उत्तर-पूर्व बिहार के आठ जिलों में जमकर बारिश हुई. मधुबनी और मुजफ्फरपुर में 22 मिलीमीटर बारिश हुई. इधर राजद प्रमुख लालू प्रसाद गुरुवार को बाढ़ग्रस्त पटना और वैशाली जिले के बाढ़ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे. वे बक्सर से मोकामा तक दियारा क्षेत्र में बाढ़ की पानी की जानकारी लेंगे.
नदियाें का हाल
नदी जिला खतरे के ऊपर
गंगा दीघा 18 सेंटीमीटर
गंगा गांधी घाट 74 सेंटीमीटर
गंगा भागलपुर 28 सेंटीमीटर
गंगा कहलगांव 82 सेंटीमीटर
पुनपुन पटना 81 सेंटीमीटर
घाघरा सीवान 36 सेंटीमीटर
कोसी खगड़िया 05 सेंटीमीटर
पटना : बाढ़ का खतरा देख बुधवार को जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल ने आपदा प्रबंधन के कार्यों की समीक्षा की. उन्होंने सभी अनुमंडल पदाधिकारी को क्षेत्र में भ्रमण करने व स्थिति पर नजर रखने का निर्देश दिया है. आपदा के मद्देनजर जिले के सभी पदाधिकारी एवं कर्मियों की छुट्टी रद्द कर दी गयी है.
अगर कोई पदाधिकारी मुख्यालय छोड़ते हैं, तो उन्हें डीएम की अनुमति लेना अनिवार्य हाेगा, वरना विभागीय कार्रवाई की जायेगी. एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम को 24 घंटे अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है. बाढ़ से प्रभावित होने वाले संभावित क्षेत्रों में निगरानी और बाढ़ के बाद राहत कार्यों को सुगमता से चलाने के लिए अनुमंडल स्तर पर वरीय पदाधिकारी प्रतिनियुक्त किये गये हैं.
बाढ़ अनुमंडल के लिए डीडीसी अमरेंद्र कुमार, दानापुर अनुमंडल के लिए अपर समाहर्ता बजैनुद्दीन अंसारी, पटना सदर अनुमंडल के लिए एडीएम विधि-व्यवस्था सांवर भारती और पटना सिटी के लिए अपर समाहर्ता विशेष कार्यक्रम वीरेंद्र कुमार पासवान की प्रतिनियुक्ति की गयी है. इन सभी प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वह संबंधित अनुमंडल क्षेत्रों में निगरानी करेंगे. साथ ही आवश्यकता अनुसार बचाव व राहत कार्य चलायेंगे.
जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल ने बुधवार को आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव व्यासजी के साथ हवाई सर्वेक्षण किया. उन्होंने बाढ़ प्रभावी क्षेत्रों में चिकित्सा दल को प्रतिनियुक्त करने और चिकित्सा शिविर चलाने का निर्देश दिया है. वहीं, कई बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में शिविर लगाया गया है, ताकि आपात स्थिति में आपदा प्रबंधन के पदाधिकारी अपना काम को कर सकें.
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन के स्तर से 60 सरकारी नावों की व्यवस्था की गयी है, ताकि बाढ़ में फंसे लोग आवागमन कर सकें. सभी अंचलाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि वह निजी नावों को भी चिह्नित कर भुगतान के आधार पर उसका उपयोग करें.
पटना नगर निगम क्षेत्र के सभी संप हाउस को सुचारू रखने को कहा गया है. पशु चिकित्सक की भी प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया गया है. जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला नियंत्रण कक्ष 24 घंटे काम कर रहा है, जिसका नंबर 0612 – 2219810/2219234 है. इस नंबर पर कभी भी कोई व्यक्ति आपदा की स्थिति में फोन कर सकता है.
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