पटना : पटना जिला में अभी बारिश सामान्य से 15 प्रतिशत कम हुई है. इस कारण से कई किसानों की खेती अच्छी नहीं होने की संभावना है. ऐसे में जिला प्रशासन ने अधिकारियों को प्रखंड व पंचायत स्तर तक जाकर किसानों की परेशानी से अवगत होने को कहा है.
इतना ही नहीं किसानों के खेतों का हाल देख कर रिपोर्ट बनाने का भी निर्देश दिया गया है, जिसके बाद जिला प्रशासन उन किसानों की खेती को बेहतर करने में मदद करेगा. जहां अभी तक बारिश के पानी से खेत पूरी तरह से नहीं भींग पाये हैं, उन खेतों की विशेष रिपोर्ट बनाने का निर्देश है. इस काम में कोताही नहीं हो, इसको लेकर हर दिन अधिकारी किस गांव व खेत में गये उसकी डिटेल बनायेंगे, जो अगली समीक्षा में अधिकारियों को डीएम के समक्ष लेकर आना है. काम में कोताही करनेवालों पर कठोर कार्रवाई की जायेगी.
अधिकतर किसान मॉनसून पर निर्भर
पटना जिला हो या कोई भी जिला. वहां के अधिकतर किसान मॉनसून की बारिश पर ही निर्भर हैं. अगर बारिश अच्छी नहीं हुई, तो खेत में अनाज नहीं उगेगा और बारिश अच्छी हुई, तो खेत में हरियाली रहेगी. पटना जिला में भी नहर व बोरिंग का हाल बेहाल है. हर बार किसान कम बारिश के बाद जिला प्रशासन से गुहार लगाते हैं, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं होता है. बस आश्वासन से ही काम चलाया जाता है. ऐसे में उन लोगों का हाल खराब हो जाता है, जो खेती पर निर्भर हैं.
अपनी शिकायत लेकर किसान डीएम से मिलें हैं. किसानों के मुताबिक अधिकारी उनकी बात नहीं सुनते हैं. बीडीओ साहब मिलने को तैयार नहीं रहते हैं. जब उनको खेत व गांव का हाल देखने को बुलाते हैं, तो वह सारा काम ऑफिस से ही कर लेते हैं. इस कारण से खेतों व गांव का सही आंकड़ा जिलाधिकारी व सरकार तक नहीं पहुंच पाती है और किसानों की खेती किसी- ना- किसी कारण से खराब होती है.
अधिकारी खेतों तक नहीं जाना चाहते हैं. वह हर काम ऑफिस में बैठ कर करना चाहते हैं, लेकिन जब तक अधिकारी नहीं जायेंगे खेत व किसानों की असली स्थिति से कैसे अवगत हो पायेंगे. फिलहाल पटना जिला में बारिश की औसत ठीक है, लेकिन सामान्य से कम. इस कारण से किसानों की खेती का जायजा लेना जरूरी है.
संजय कुमार अग्रवाल, डीएम पटना