पटना: साइबर कैफे की आड़ में सेक्स रैकेट चल रहा था. इसका खुलासा उस समय हुआ, जब पुलिस की टीम ने पत्रकार नगर थाने के मुन्ना चक से दक्षिणी चित्रगुप्त नगर जाने वाले रास्ते में बैंक मेंस कॉलोनी के मोड़ पर स्थित राज नेटवर्क साइबर कैफे में छापेमारी की. इस दौरान दो व्यक्ति व दो युवतियों को आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा गया. इनमें एक नाबालिग है, जो स्कूली छात्र है.
इस मामले में पुलिस ने उन युवतियों के साथ रहे मनीष कुमार व चिकित्सक विनय कुमार (गोपालपुर) को हिरासत में ले लिया. साइबर कैफे के संचालक विकास राज (चित्रगुप्त नगर) को भी गिरफ्तार करने में सफलता मिली है. वहीं, कैफे के अंदर से कंप्यूटर, मॉनीटर, कंडोम व अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किये गये हैं. पत्रकार नगर थानाध्यक्ष संजीव शेखर झा ने बताया कि साइबर कैफे के अंदर कुछ गड़बड़ी की जानकारी मिली थी. इसी के तहत छापेमारी की गयी. उन्होंने बताया कि साइबर कैफे को सील कर दिया गया है. इस मामले में संचालक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
लगे थे ब्लैक ग्लास व सीसीटीवी कैमरे : कैफे में प्रवेश द्वार पर काले शीशे व सीसीटीवी कैमरे लगे थे, जिससे अंदर से ही संचालक को पता चल जाता था कि कौन कैफे में आ रहा है.
हालांकि, केबिन के अंदर सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे थे. इसमें सात केबिन बने हुए थे और हर केबिन में बेड टाइप के चौड़े टेबुल लगे हुए थे और उसकी बगल में कुरसी रखी हुई थी. सभी केबिनों में खराब मॉनीटर रखे हुए थे. किसी-किसी में, तो सीपीयू भी नहीं था. लेकिन, हर केबिन में हल्की रोशनी की की व्यवस्था थी.
एक घंटे का चार्ज 200 रुपये : केबिन में एक घंटे बैठने का चार्ज 200 रुपये था. इसका खुलासा बरामद रजिस्टर से हुआ है. अगर एक घंटे के बाद भी और वहां बैठना है, तो तुरंत ही रेट डबल हो जाता था.रजिस्टर में हर दिन कम से कम तीस से अधिक युवक -युवतियों की इंट्री थी. खास बात यह है कि रजिस्टर में फर्जी नाम व पते लिख कर कोई भी युवक -युवती केबिन बुक करा सकता था.