13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बृजनाथी हत्याकांड : 6 शूटर गिरफ्तार, हथियार अब भी आजाद

राघोपुर प्रखंड प्रमुख की अदावत में लोजपा नेता को हटाया रास्ते से पटना : फतुहा की कच्ची दरगाह में पांच फरवरी को सरेआम लोजपा नेता बृजनाथी सिंह की हत्या करने के मामले में शामिल आरोपित व मास्टर माइंड सुनील राय उर्फ लंगड़ा के साथ ही पांच शूटर को पटना पुलिस की टीम ने गिरफ्तार किया. […]

राघोपुर प्रखंड प्रमुख की अदावत में लोजपा नेता को हटाया रास्ते से
पटना : फतुहा की कच्ची दरगाह में पांच फरवरी को सरेआम लोजपा नेता बृजनाथी सिंह की हत्या करने के मामले में शामिल आरोपित व मास्टर माइंड सुनील राय उर्फ लंगड़ा के साथ ही पांच शूटर को पटना पुलिस की टीम ने गिरफ्तार किया. सुनील को पटना पुलिस की टीम ने कोलकाता के बर्धमान के काकसा से गिरफ्तार किया. पकड़े गये पांच शूटरों में सत्यप्रकाश उर्फ सत्या (कच्ची दरगाह, दीदारगंज), गोरेलाल यादव (गोपकिता, पंडारक), बुलकन राय (मोहनपुर, राघोपुर), सुनील कुमार उर्फ भैसिया (मीना बाजार) व रोशन कुमार (गंज पर, आलमगंज) शामिल हैं. हालांकि घटना को अंजाम देने में उपयोग किये गये दो एके 47 व तीन पिस्टल बरामद नहीं किये जा सके हैं.
बृजनाथी की हत्या करने में 12 अपराधी शामिल थे. इनमें से चार अपराधियों मुन्ना, सुबोध, सुनील व रणविजय सिंह को नामजद अभियुक्त बनाया गया था और बाकी छह अपराधियों के नाम की जानकारी नहीं थी. लेकिन सुनील के पकड़े जाने के बाद घटना में शामिल तमाम अपराधियों व शूटरों के नामों की जानकारी पुलिस को मिल गयी और फिर एक के बाद एक को पकड़ लिया गया.
शूटरों को पकड़ने के पहले पुलिस ने हिंगोरा अपहरण कांड के अभियुक्त व हत्यारों को संरक्षण देने के आरोप में बेऊर निवासी व ठेकेदार अमरजीत उर्फ बबलू को पकड़ कर जेल भेज दिया था. उसकी कार भी पुलिस ने जब्त कर ली थी. फिलहाल इस मामले मे पुलिस को रामजनम राय, मुन्ना, रणविजय, ज्ञानी व सुबोध की तलाश है. पकड़ा गया बुलकन यादव काफी शातिर अपराधी है. इधर एसएसपी मनु महाराज ने पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत करने की घोषणा की है.
सुबोध के भाई सुनील ने सभी अपराधियों को जुटाया
सुबोध के इशारे पर उसके भाई सुनील ने सारे अपराधियों को इकट्ठा किया. राघोपुर व फतुहा के कुख्यात अपराधी रामजनम राय, बुलकन राय, मुन्ना, रणविजय, ज्ञानी, सत्यप्रकाश, गोरेलाल, रौशन एक जगह पर पांच फरवरी के दस दिन पूर्व जुटे थे और घटना को अंजाम देने के लिए हथियार की व्यवस्था व जगह का चयन किया गया.
रामजनम राय के माध्यम से मुन्ना व रणविजय को दो एके 47 मिले और रौशन, बुलकन व सत्यप्रकाश के पास पहले से ही अत्याधुनिक पिस्टल थी. मामले में एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि फरार अपराधियों की तलाश की जा रही है और हथियार बरामदगी के लिए भी छापेमारी की जा रही है.
राघोपुर प्रखंड प्रमुख चुनाव को लेकर कई वर्षों से बृजनाथी सिंह व सुबोध राय के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही थी. बृजनाथी सिंह के भाई अमरनाथ सिंह की पत्नी मुन्नी देवी फिलहाल प्रखंड प्रमुख है और सुबोध की पत्नी अनिता देवी को उन्होंने हराया था. बृजनाथी सिंह के कारण ही राघोपुर इलाके में सुबोध राय की नहीं चलती थी. प्रखंड प्रमुख के होनेवाले चुनाव को लेकर ही सुबोध राय ने बृजनाथी सिंह को रास्ते से हटाने की साजिश रची.
फतेहपुर में लगे अपराधी
बृजनाथी सिंह अपने फतेहपुर गांव में चार दिन पहले आये थे और वहीं रूके हुए थे. इस दौरान उन्होंने गांव के कई लोगों से बात-बात में यह चर्चा भी की थी कि वे फलां दिन को पटना आवास पर निकल जायेंगे. उन पर पहले से ही उनके ही फतेहपुर गांव का मुन्ना सिंह नजर रख रहा था और पूरी तैयारी कर ली गयी थी. इसके बाद सबको अलग-अलग टास्क दे दिया गया था.
मुन्ना सिंह व रणविजय बाइक से पीछे-पीछे बृजनाथी सिंह की स्कॉर्पियो से दूरी बना कर पीछा करने लगे और जैसे ही पीपा पुल के पास पहुंचे, वैसे ही गाड़ी को ओवरटेक करते हुए आगे आ गये. इसके बाद रणविजय व मुन्ना ने पहले से ही तैयारी कर रखे अपराधियों के पास से दोनों एके 47 राइफल ले ली. जैसे ही बृजनाथी सिंह की गाड़ी करीब पहुंची, वैसे ही ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. इसमें बृजनाथी सिंह को 16 गोली लगी थी और उनकी मौत घटनास्थल पर ही हो गयी थी.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें