पटना: जिला अस्पतालों में नेत्र रोगियों की आंखों की जांच होगी. इन अस्पतालों में मोतियाबिंद का ऑपरेशन करने की भी तैयारी है. स्वास्थ्य विभाग के दूसरे दौर के सेवा विस्तार के तहत जिला अस्पतालों को ऑपरेशन थियेटर व अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित किया जा रहा है. यह भी कोशिश है कि सभी जिलों में हर दिन ओपीडी के साथ ऑपरेशन की व्यवस्था भी शुरू की जाये. जिला अस्पतालों में नेत्र चिकित्सा को बेहतर बनाने के लिए बिहार चिकित्सा आधारभूत संरचना निगम ने 38 जिलों के लिए टेंडर जारी किया गया है.
इसके तहत आधुनिक उपकरणों में ऑटो रिफ्रेक्टोमीटर, स्लिट लैंप, के रेटो मीटर, ए-स्कैन, बी-स्कैन, ऑपरेटिंग माइक्रोस्कोप, ओटी टेबल, ओसीटी मशीन, फेको मशीन, डायरेक्ट ऑफ्थैलमोस्कोप, रेटिनो स्कोप, नन कैंट्रेक्ट टोनोमीटर, आइ सर्जिकल टूल्स और इन डायरेक्ट ऑफ्थैमोस्कोप शामिल हैं. अभी तक जिलों में इस तरह के उपकरणों की व्यवस्था नहीं थी.
उम्मीद है कि इस वित्तीय वर्ष के पूर्व सभी जिला अस्पताल अत्याधुनिक नेत्र सजर्री उपकरणों से भर दिये जायेंगे. सरकार ने सभी जिला अस्पतालों में सुपर स्पेशियलिटी सेवा की शुरुआत का निर्णय लिया है. यहां पर चिकित्सकों की नियुक्ति पूर्व में ही कर दी गयी है. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने सभी सिविल सजर्नों को निर्देश दिया है कि वे अस्पतालों में नयी सेवाओं कीशुरुआत करें.