पटना सिटी: चिकित्सा व अनुसंधान का क्षेत्र व्यापक है. ज्ञान को चेतना में लाने पर ही अनुसंधान संभव है. तभी जटिल बीमारियों पर काबू पाया जा सकता है. यह बात मंगलवार को अगमकुआं स्थित राजेंद्र स्मारक चिकित्सा विज्ञान अनुसंधान संस्थान के 50 वें स्थापना दिवस व देशरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने कही. कार्यक्रम का उद्घाटन सीएमसी , भेल्लौर के पूर्व निदेशक डॉ वीआइ माधन ने किया. उन्होंने संस्थान में हो रहे अनुसंधान को ग्लोबल स्तरीय बताया.
विशिष्ट अतिथि एम्स के निदेशक गिरीश कुमार सिंह ने कहा कि गंडक व सोन के क्षेत्रों में रहनेवालों के बीच अनुसंधान में मस्तिष्क ज्वर की बीमारी के कारणों को जानने के लिए वैज्ञानिकों की टीम अनुसंधान कर रिपोर्ट केंद्र व राज्य सरकार को भेजेगी. महावीर कैंसर संस्थान के निदेशक डॉ जीतेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि भविष्य में कैंसर पर अनुसंधान का काम संस्थान के लैब में किया जायेगा. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संस्थान के निदेशक डॉ प्रदीप दास ने कहा कि संस्थान में एड्स का एआरपी, यक्ष्मा का एमडीआर व कालाजार पर वैज्ञानिकों की ओर से अनुंसधान किया जा रहा है. भविष्य में अनेक जटिल बीमारियों पर काबू पाने के लिए अनुसंधान किया जायेगा.
कार्यक्रम का संचालन डॉ सीएम लाल ने किया. मौके पर पीयू के कुलपति प्रो अरुण कुमार, डॉ कृष्ण पांडे, डॉ वीएन दास, डॉ एके गुप्ता,डॉ श्याम नारायण आदि मौजूद थे. कार्यक्रम में पूर्व निदेशक डॉ वीआई माधन को प्रतीकचिह्न् दे कर सम्मानित किया गया. इसके बाद छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की भी प्रस्तुति की.
कार्यक्रम का समापन डॉ नीना वर्मा के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ. आयोजन को ले कर संजय कुमार चौबे, उदय कुमार, नरेश कुमार सिन्हा, राकेश बिहारी वर्मा आदि सक्रिय थे. मौके पर वैज्ञानिक सत्र का भी आयोजन किया गया. इससे पहले संस्थान में स्थित देशरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया.