(संशोधित) अवैध चिट फंड कंपनी मिली, तो नपेंगे थानेदार- आर्थिक अपराध इकाई ने एसएसपी समेत सभी डीएसपी, थानेदार और सेबी तथा आरबीआइ के अधिकारियों के साथ की खास बैठक- सभी थानेदार में अपने-अपने क्षेत्र में चल रही सभी चिट फंड कंपनियों का डाटाबेस तैयार करने का निर्देश- पुराने मामलों का निष्पादन दो महीने के अंदर करने को सभी थानों को कहा गयासंवाददाता, पटना राज्यभर में 100 से ज्यादा चिट फंड या नन-बैंकिंग फाइनेंसियल कंपनी (एनबीएफसी) लोगों का करोड़ों रुपये लेकर भाग चुकी हैं. राज्य के बाहर का रजिस्ट्रेशन होने के कारण इनमें अधिकांश कंपनियों का अभी तक कोई अता-पता नहीं चल सका है. इन बातों के मद्देनजर राज्य में अभी काम कर रही तमाम चिट फंड कंपनियों पर नकेल कसने के लिए आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) ने विशेष मुहिम शुरू की है. इओयू के आइजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने राज्य के सभी थानेदारों को अपने-अपने क्षेत्र में चलने वाली चिट फंड कंपनियों का डाटाबेस तैयार करने को कहा गया है. जिस थाना क्षेत्र से चिट फंड कंपनी के भागने की शिकायत मिलेगी, तो संबंधित थानेदार पर सख्त कार्रवाई की जायेगी. चिट फंड का हिसाब नहीं रखने वाले थानेदार नपेंगे. सभी एनबीएफसी पर नकेल कसने के लिए पटना जिला के सभी डीएसपी, थानेदार, एसएसपी मनु महाराज के अलावा आरबीआइ और सेबी के अधिकारी के साथ इओयू के आइजी की अध्यक्षता में मंगलवार को खास बैठक हुई. एसएसपी मुख्यालय में आयोजित इस बैठक में फर्जी एनबीएफसी पर नजर रखने के लिए खासतौर से निर्देश दिये गये. आइजी ने रजिस्ट्रार ऑफ कंपनी (आरओसी) से कहा कि वे अगर किसी एनबीएफसी को राज्य में संचालन की अनुमति देते हैं, तो इसकी सूचना संबंधित थाना और इओयू दोनों को जरूर दे. सभी थानेदार अपने-अपने क्षेत्र में चलने वाली सभी चिट फंड कंपनियों की विस्तृत सूची तैयार करें. इसमें कंपनी का नाम, पता, कहां से रजिस्ट्रर्ड हैं समेत तमाम जानकारी रहनी चाहिए. यह सूची जल्द से जल्द तैयार करने का निर्देश दिया गया. इस दौरान जो एनबीएफसी फर्जी पायी जाती है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाये. इसके अलावा पहले से पैसा लेकर भाग चुकी चिट फंड कंपनियों पर भी सख्त कार्रवाई करने को कहा गया है. सभी थाना क्षेत्र में चिट फंड कंपनियों के खिलाफ जितने भी लंबित मामले हैं, उनका निष्पादन दो महीने के अंदर कर दिया जाये. अभी जिन-जिन चिट फंड कंपनियों के खिलाफ किस-किस थाना क्षेत्र में क्या कार्रवाई हुई है, इसका विस्तृत ब्योरा इओयू को भेजने के लिए कहा गया है. कुछ समय पहले इओयू ने सभी जिलों को एनबीएफसी के खिलाफ कार्रवाई कर इसकी सूचना एक फॉरमेट में भरकर भेजने का आदेश दिया था. इसकी अपडेट स्थिति के बारे में पटना एसएसपी के अलावा सभी एसपी को अपनी क्राइम मीटिंग में चर्चा करने को कहा गया. फर्जी चिट फंड कंपनियों पर नकेल कसने के लिए हर स्तर पर प्रयास करने का आदेश दिया गया है. बॉक्स में ……..अवैध शराब बिकी, तो थानेदारों पर कार्रवाईइओयू की बैठक के बाद एसएसपी मनु महाराज ने क्राइम मीटिंग भी की और सभी पुलिस पदाधिकारियों को कहा कि अगर उनके क्षेत्र में रात 10 बजे के बाद या बंदी के दिन या अन्य किसी तरह से अवैध शराब की बिक्री होती है, तो इसकी जिम्मेवारी थानाध्यक्षों की होगी और उन्हें इसका जबाव देना होगा. उन्होंने लंबित मामलों के निष्पादन के लिए अपने स्तर से कार्रवाई व चार्जशीट करने को कहा. इसके साथ ही लंबित वारंट, कुर्की जब्ती आदि के जितने भी मामले हैं, उनका निष्पादन कर उसकी रिपोर्ट उन्हें भी भेजें. अगर इसमें कोई कोताही पायी जाती है, तो कड़ी-से-कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
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(संशोधित) अवैध चिट फंड कंपनी मिली, तो नपेंगे थानेदार
(संशोधित) अवैध चिट फंड कंपनी मिली, तो नपेंगे थानेदार- आर्थिक अपराध इकाई ने एसएसपी समेत सभी डीएसपी, थानेदार और सेबी तथा आरबीआइ के अधिकारियों के साथ की खास बैठक- सभी थानेदार में अपने-अपने क्षेत्र में चल रही सभी चिट फंड कंपनियों का डाटाबेस तैयार करने का निर्देश- पुराने मामलों का निष्पादन दो महीने के अंदर […]
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