जमुई / सिकंदरा/खैरा: जैन धर्म के 24 वें तीर्थकर भगवान महावीर की जन्मस्थली के रूप में विख्यात सिकंदरा के क्षत्रियकुंड लछुआड़ स्थित जन्म स्थल से शुक्रवार की रात हथियार से लैस दर्जनों नकाब पोश अपराधियों ने भगवान महावीर की 2600 साल पुरानी प्रतिमा की चोरी कर ली.
आधी रात्रि के बाद बोलेरो से आये आधा दर्जन अपराधियों ने मंदिर की चहारदीवारी फांदकर अंदर प्रवेश कर हथियार के बल पर वहां मौजूद तीन रात्रि प्रहरी को बंधक बना लिया और सावल व लोहे के रॉड से भगवान महावीर की अति प्राचीन प्रतिमा को उखाड़ लिया. प्रतिमा उखाड़ने के बाद सभी अपराधी मंदिर परिसर के मुख्य दरवाजे का ताला तोड़कर प्रतिमा को ले कर चलते बना. घटना के बाद मंदिर में मौजूद रात्रि प्रहरी जेठू सोरेन, देना हेंब्रम व विमल मुर्मू ने तकरीबन चार बजे घटना की सूचना जैन श्वेतांबर सोसायटी लछुआड़ के प्रबंधक महेश्वर मिश्रा को दी.
मंदिर समिति के द्वारा मूर्ति चोरी कर लिये जाने की सूचना पाते ही सिकंदरा थानाध्यक्ष विवेक भारती, खैरा के प्रभारी थानाध्यक्ष प्रजेश दूबे व चंद्रदीप थानाध्यक्ष संजय विश्वास घटनास्थल पहुंचे. सूचना पाते ही एसपी व डीएसपी भी वहां पहुंच कर मामले के बाबत जानकारी लिया. पुलिस जन्मस्थल में भगवान महावीर की मुख्य प्रतिमा के साथ रखी दो छोटी-छोटी मूर्ति को घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर फेंका हुआ बरामद कर लिया है. जैन श्वेतांबर सोसाइटी लछुआड़ द्वारा मिली जानकारी के अनुसार भगवान महावीर स्वामी के जीवनकाल में ही लगभग 2600 वर्ष पूर्व उनके भाई नंदीवर्द्धन के द्वारा करवाया गया था. वहीं कसौटी पत्थर से निर्मित भगवान महावीर स्वामी के ध्यान मुद्रा की तकरीबन चार फीट ऊंची प्रतिमा की कीमत करोड़ों में बतायी जा रही है.
घटना के बाद पुलिस मूर्ति को बरामद करने के प्रयास में जुटी हुई है. एसपी जयंतकांत ने कहा अपराधियों की धरृपतड़ को लेकर गिरीडीह, नवादा व जमुई जिले की सीमा को सील कर सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है.जन्मस्थान आने वाले जैन तीर्थयात्रियों को पूरी सुरक्षा मुहैया कराने आश्वासन देते हुए उन्होंने कहा कि आस्था के साथ खिलवाड़ करने वाले को बख्सा नहीं जायेगा और जल्द ही मूर्ति को बरामद कर अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जायेगी.