पटना: इस साल के अंत तक एनटीपीसी के बाढ़ थर्मल पावर से बिहार को बिजली मिलने लगेगी. अगले महीने केंद्रीय विद्युत विनियामक आयोग (सीइआरसी) की टीम आ सकती है. टीम की रिपोर्ट के बाद बिहार सरकार को बिजली मिलने की दर तय होगी और कॉमर्शियल उत्पादन को हरी झंडी मिल जायेगी. इस यूनिट के स्टेज-दो की चौथी इकाई के सिंक्रोनाइज (संस्थापित) होने के बाद बिजली उत्पादन शुरू हो चुका है. पहले दिन 17 मेगावाट उत्पादन हुआ. कंपनी फिलहाल अपने ग्रिड को ही बिजली आपूर्ति कर रही है.
13 को शुरू हुआ उत्पादन
सिंक्रोनाइज होने के बाद अधिकतम छह महीने में कॉमर्शियल उत्पादन होना जरूरी है. बाढ़ थर्मल पावर में चल रहे काम से ऐसा माना जा रहा है कि नवंबर में सीइआरसी की टीम निरीक्षण कर लेगी.
भेल की ओर से तैयार किये जा रहे चौथे यूनिट के सिंक्रोनाइज होने का काम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के यूनिट भ्रमण से शुरू हुआ. सफलतापूर्वक यह काम पूरा होने के बाद यूनिट से बिजली उत्पादन का काम 13 अक्तूबर से शुरू हुआ. 17 मेगावाट से उत्पादन शुरू होने के बाद धीरे-धीरे इसमें वृद्धि हो रही है.स्टेज दो के एक और यूनिट के अगले साल चालू होने के आसार हैं.