वर्ष 1972 में हुए छठे विधान सभा चुनाव में एससी कोटे की सीट बढ़ा दी गयी थी. यह बढ़ोतरी एसटी कोटे की एक सीट को कम करके की गयी थी. इस बदलाव के बाद एससी की 45 और एसटी 29 सीटें हो गयीं थी. इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को पहले की तुलना ज्यादा सीटें मिली. उसे 167 सीटें आयीं.
इस विधानसभा चुनाव में 17 निर्दलीय उम्मीदवार जीते. इस चुनाव में 55 महिला उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया था. 45 ने चुनाव लड़ा था. हालांकि एक भी महिला प्रत्याशी जीतकर विधानसभा में नहीं पहुंच पायीं थीं. इस विधानसभा चुनाव में सीपीआइ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी थी. हालांकि उसे मात्र 35 सीटों पर ही जीत हासिल हुई थी. भारतीय जन संघ को भी पहले की तुलना में कम सीटों पर जीत हासिल हुई.