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चार रंगों की नहीं, इंद्रधनुषी क्रांति हो : सीएम
पटना : सरकार का रिपोर्ट कार्ड जारी करते समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा नेताओं पर भी निशाना साधा. हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन बातों-बातों में कहा कि कृषि क्षेत्र में इंद्रधनुषी क्रांति (सप्तरंगी क्रांति) हो. चार रंगों की क्रांति से वे संतुष्ट नहीं होने वाले हैं. बहुत […]
पटना : सरकार का रिपोर्ट कार्ड जारी करते समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा नेताओं पर भी निशाना साधा. हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन बातों-बातों में कहा कि कृषि क्षेत्र में इंद्रधनुषी क्रांति (सप्तरंगी क्रांति) हो. चार रंगों की क्रांति से वे संतुष्ट नहीं होने वाले हैं.
बहुत लोग (प्रधानमंत्री) ग्रीन रिवोल्यूशन, सेकेंड ग्रीन रिवोल्यूशन की बात कर रहे हैं, लेकिन हमें रेनबो रिवोल्यूशन लाने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि हरा रंग खाद्यान्न के क्षेत्र की क्रांति को दर्शाता है.
2005-06 में 85.4 लाख टन उपजाया जाता था. अब 2014-15 में 162.74 लाख टन उपजाया गया. यह है हरित क्रांति. पीली क्रांति तेलहन का प्रतीक है. सरकार में जब गये थे, तो 1.34 लाख टन उपज थी, लेकिन अब 1.49 लाख टन उपज है.
सफेद क्रांति का मतलब दूध के क्षेत्र में क्रांति. दूध का उत्पादन 1.29 लाख किलोग्राम थ, जो बढ़ कर 157.17 लाख किलोग्राम हो गया है. नीली क्रांति का मतलब मछली के क्षेत्र में उत्पादन से है, जो 279 लाख मीटरिक टन से बढ़ कर 779 लाख मीटरिक टन हो गया है. जल्द ही बिहार बाहर से मछली मंगा कर नहीं ही खायेगा और दूसरे राज्यों को भी खिलायेगा. सुनहरा क्रांति का मतलब फल और सब्जी के उत्पादन के क्षेत्र में क्रांति से है.
फल व सब्जी के उत्पादन 156 लाख से बढ़ कर 176 लाख टन हो गया है. लाल क्रांति का मतलब मांस के क्षेत्र में उत्पादन से है. शहर के क्षेत्र में भी बिहार आगे बढ़ा है और देश भर में सबसे बड़ा शहद उत्पादन क्षेत्र बन गया है. बिहार में मशरूम उत्पादन में महिलाएं अच्छा काम कर रही है. नोबेल पुरस्कार विजेता जोसेफ स्टेग्लेट ने भी बिहार में मशरूम की खेती की तारीफ की है. सीएम ने कहा कि बिहार में कई संस्थान खुले.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के विकास काअपना मॉडल है. मुङो इस बार से सबसे ज्यादा खुशी है कि जब हमने मुख्यमंत्री बालिका साइकिल योजना की शुरुआत की थी तो हाइस्कूल के नौवीं में 1.70 लाख छात्रएं थीं. आज नौवीं क्लास में छात्रओं की संख्या 8,15,837 पहुंच गयी है. बिहार में यह सबसे बड़ी उपलब्धि है. यह विकास के मार्ग को प्रशस्त करेगी. बिहार में सेक्स रेसियो 1000 पुरुष के अनुपात में 917 महिलाएं हैं, लेकिन हाइ स्कूलों में लड़कियां लड़कों के बराबर पहुंच गयी है और करीब 12 हजार का अंतर रह गया है.
अगस्त के दूसरे सप्ताह में जारी होगी रिपोर्ट
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में जन भागीदारी का काम शुरू किया गया है. सरकार 40 हजार गांवों में जाकर लोगों से पूछ रही है कि 2015 से 2015 तक बिहार के विकास के लिए क्या होना चाहिए? अब तक पिछले 10 सालों में जो कुछ हुआ वह सबके सामने है, अब क्या होगा?
बीच में विधान परिषद् चुनाव के आचार संहिता के कारण यह रुक गया था, लेकिन फिर से यह शुरू हो गया है. अब तक 18 हजार गांवों में जनभागीदारी हो चुकी है. लोगों के विचार डॉक्यूमेंट किये जा चुके हैं. अगस्त के दूसरे सप्ताह में लोगों की उस राय से जो विजन उभर कर सामने आयेगा उसे जारी किया जायेगा. 10 साल के काम करने के बाद आगे क्या होना चाहिए यह हमारा मिशन है.
कुछ लोगों को नहीं दिखता विकास
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार की विकास दर, योजना व्यय, सरकार का बजट, भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम, बिजली की प्रगति, कानून का राज, लड़कियों की शिक्षा समेत पूरी शिक्षा-स्वास्थ्य में विकास, सड़के-पुलों का जाल बिछ गया, यह विकास नहीं तो और क्या है.
यह विकास सबको दिखता है, लेकिन कुछ लोगों को यह नहीं दिखता है. इस पर अब हम क्या कर सकते हैं कि उनको दिखाई ही नहीं देता. कुछ दिन पहले हमने अपनी आंख का ऑपरेशन कराया है. अब तो हम उस डॉक्टर का नाम बता देते हैं, जहां वे जाकर इलाज करा लें.
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