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रमजान लाइव. सभी लोगों का ध्यान रहता है सिर्फ इबादत पर घर की याद करते हैं ताजा
पटना: पटना जंकशन के न्यू मार्केट की रौनक शाम छह बजते ही बढ़ चुकी थी. शाम के 6:30 बजते ही स्टेशन के पास स्थित जामा मसजिद में इफ्तार करने के लिए रोजेदारों की भीड़ बढ़ रही थी. कुछ देर बाद इफ्तार का वक्त हो गया. अजान से पहले तक मसजिद में करीब 50 लोग एक […]
पटना: पटना जंकशन के न्यू मार्केट की रौनक शाम छह बजते ही बढ़ चुकी थी. शाम के 6:30 बजते ही स्टेशन के पास स्थित जामा मसजिद में इफ्तार करने के लिए रोजेदारों की भीड़ बढ़ रही थी. कुछ देर बाद इफ्तार का वक्त हो गया. अजान से पहले तक मसजिद में करीब 50 लोग एक साथ इफ्तार करने बैठ गये थे. अजान होते ही सारे रोजेदारों ने एक साथ दुआ मांग कर खजूर और शरबत के साथ इफ्तार करना शुरू किया.
स्टेशन के पास स्थित यह जामा मसजिद रमजान में बहुत खास दिखती है. लोग यहां पहले भी नमाज पढ़ने आते थे, लेकिन रमजान में इस जगह की रौनक देखते ही बन रही थी. रौनक की खास वजह यहां दूर-दराज से आये मुसाफिर होते हैं. यहां अपने -पराये सारे लोग भाईचारे के साथ इफ्तार करते हैं. यहां मौजूद सभी लोगों का ध्यान सिर्फ इबादत की ही तरफ रहता है. मसजिद के पास दूर-दराज से आये लोगों के कारण पूरा मार्केट काफी सुहाना दिखता रहता है.
सारा इंतजाम आपसी चंदे से
मुसाफिरों को इफ्तार कराने से लेकर मसजिद का सारा खर्च आपसी चंदे से ही कर लिया जाता है. मसजिद में आये रोजेदारों में से एक बुजुर्ग अलताफ आलम ने कहा कि यहां सारे लोग चंदे से ही रमजान का सारा इतजाम करते हैं. उसी वक्त मसजिद में रमजान के अलावा पांच वक्त के नमाज पढ़नेवाले खुर्शीद आलम ने बताया कि यहां 21 दिनों में कुरान खत्म कर लिया जायेगा. तरावीह से लेकर इफ्तार तक का सारा खर्च हम आपसी चंदे से पूरा करते हैं. इसके लिए हम सब मिल कर चंदा करते हैं और सभी को इस का फायदा पहुंचता है. ये एक सवाब कमाने की तरह होता है. शाम के सवा सात बज चुके थे. नमाज पढ़ कर आये लोग फिरनी की दुकान की तरफ बढ़ चले. मार्केट में जाने के बाद पता चला कि यहां घर-घर में लोग फिरनी के शौकीन हैं. दूर-दूर से भी लोग यहां फिरनी का जायका चखने आते हैं. जब बात फिरनी की हो, तो पटना न्यू मार्केट के शाहिद भाई को लोग याद करने लग जाते हैं.
आसपास के लोग भी खाते हैं फिरनी : यहां फिरनी की काफी दुकानें दिख रही थीं. सारी फिरनी की दुकानें रमजान के महीने में ही दिखती हैं. एक डिब्बा फिरनी की कीमत सात से 15 रुपये तक होती है. लोगों ने बताया यहां की सारी दुकानों की फिरनी रात 8 बजे से 11 बजे तक बिक जाती है. यहीं एक नामी फिरनीवाले हैं शाहिद भाई . इनके यहां 15 किलो दूध में बासमती चावल डाल कर फिरनी बनायी जाती है. इसे ड्राय-फ्रूटस से सजा दिया जाता है.
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