इस बीच मंगलवार को एक समारोह में शामिल होने वाले जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव से बुधवार को बिहार सरकार के मंत्रियों व नेताओं के मिलने का तांता लगा रहा. राजकीय अतिथिशाला में बिहार सरकार के कई मंत्री शरद यादव से मिलने पहुंचे और विलय की प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी करने की मांग की. मंत्री-विधायकों ने साफ कहा कि अब विधानसभा चुनाव में ज्यादा वक्त नहीं बचा है. चुनाव आयोग ने भी सितंबर-अक्तूबर में विधानसभा चुनाव कराने के भी संकेत दे दिये हैं.
ऐसे में विलय व मजर्र की प्रक्रिया जल्द पूरी हो और नयी पार्टी, झंडा व सिंबल तय हो जाये, ताकि उसे लेकर लोगों तक जाया जा सके. मंत्रियों ने कहा कि छह दलों का विलय होना है और विलय के लिए सैद्धांतिक सहमति हो चुकी है. विलय के लिए जिस प्रकार शरद यादव और नीतीश कुमार आशान्वित हैं उसी प्रकार जदयू के नेता व कार्यकर्ता भी आशान्वित हैं.
सूत्रों की माने तो शरद यादव ने मिलने आये नेताओं से उन्होंने सरकार के कामकाज, विलय, गंठबंधन और विधान परिषद् के होने वाले चुनाव के बारे में भी फीडबैक लिया. हालांकि शरद यादव ने मीडिया से कोई बातचीत नहीं की. उनसे मिलने वित्त मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, राजस्व व भूमि सुधार मंत्री नरेंद्र नारायण यादव, पशु व मत्स्य मंत्री बैद्यनाथ सहनी, विधायक सतीश कुमार, विधान पार्षद संजय कुमार उर्फ गांधी जी समेत अन्य नेताओं ने मुलाकात की.