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आखिर पुलिस क्यों नहीं पकड़ रही चालक को?
पटना : कदमकुआं थाने के नाला रोड में सड़क दुर्घटना में हुए छात्र नरेश की मौत के 48 घंटे बाद भी पुलिस स्कॉर्पियो के चालक को पकड़ने में असफल रही है. प्रभात खबर में खबर छपने के बाद पुलिस को यह जानकारी मिली कि स्कॉर्पियो गाड़ी संख्या बीआर 02 पी 9000 गया के एएम (अनुग्रह […]
पटना : कदमकुआं थाने के नाला रोड में सड़क दुर्घटना में हुए छात्र नरेश की मौत के 48 घंटे बाद भी पुलिस स्कॉर्पियो के चालक को पकड़ने में असफल रही है. प्रभात खबर में खबर छपने के बाद पुलिस को यह जानकारी मिली कि स्कॉर्पियो गाड़ी संख्या बीआर 02 पी 9000 गया के एएम (अनुग्रह मेमोरियल) बीएड कॉलेज के निदेशक डॉ प्रो लक्ष्मी नारायण सिंह की है.
पुलिस ने उनसे संपर्क भी किया और चालक के नाम की जानकारी लेनी चाही. जिसमें फिलहाल पुलिस को जानकारी नहीं मिल पायी है कि चालक का नाम व पता क्या है? पुलिस इस बात पर अनुसंधान कर रही है कि घटना के समय स्कॉर्पियो का चालक कौन था? इस संबंध में एसएसपी जितेंद्र राणा ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और जो भी इस मामले में दोषी होगा, उस पर कार्रवाई की जायेगी. इधर प्रो लक्ष्मी नारायण सिंह का बेटा मिहिर नारायण अभी भी उदयन अस्पताल में भरती है और इलाजरत है.
राजेश व उसके चार अन्य साथियों पर एफआइआर दर्ज
पटना : राजापुर में गैराज संचालक राजेश कुमार पर हुए जानलेवा हमले के बाद पकड़े गये चंदन के बयान के आधार पर गुरुवार को श्रीकृष्णापुरी थाने में राजेश व उसके चार अन्य साथियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करा दी गयी है.
चंदन ने पुलिस के समक्ष बयान दिया था कि वह अपने मित्र मनीष के साथ दीघा के रामजी चक किसी काम से जा रहा था. इसी दौरान राजेश ने उसे बुलाया और शंकर राय व राहुल की हत्या करने का निर्देश दिया. उसने इनकार किया तो उसके अन्य साथी पप्पू, अखिलेश, सुमन व छोटू भी चले आये और उसे गोली मार कर घायल कर दिया. इधर राजेश के बयान के आधार पर बंटी, चंदन, विधायक व मनीष के खिलाफ श्रीकृष्णापुरी थाने में हत्या के प्रयास व आर्म्स एक्ट की प्राथमिकी दर्ज की गयी थी.
इधर बंटी को शुक्रवार को जेल भेज दिया गया. सचिवालय डीएसपी डॉ मो शिबली नोमानी ने बताया कि चंदन के बयान के आधार पर राजेश व अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है.
पिता ने दर्ज कराया लापरवाही के कारण बेटे की मौत का मामला
पटना : पीरबहोर थाने के अशोक राजपथ पर स्थित अरविंद हॉस्पिटल प्राइवेट लिमिटेड में गुरुवार की शाम मरीज मनीष चौधरी की मौत के बाद हुए हंगामे के बाद शुक्रवार को अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. मनीष के पिता एलके चौधरी के बयान के आधार पर अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही के कारण मौत होने का मामला दर्ज किया गया है.
श्री चौधरी ने पुलिस को बयान दिया है कि अचानक बिजली सप्लाइ ठप हो जाने और अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के कारण उनके बेटे की मौत हो गयी है. पीरबहोर थानाध्यक्ष निसार अहमद ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है.
बिजली गुल होने के बाद हो गयी थी मौत
अशोक राजपथ पर मौजूद अरविंद हॉस्पिटल प्राइवेट लिमिटेड में अचानक बिजली सप्लाइ ठप हो जाने से अफरा-तफरी मच गयी थी. इसी दौरान मरीज मनीष चौधरी की मौत हो गयी थी. इसके बाद हॉस्पिटल में मरीज के परिजनों ने हंगामा व तोड़-फोड़ की थी. मनीष के पिता एलके चौधरी चिरैयाटांड़ में बैद्यनाथ आयुर्वेदिक कंपनी में मैनेजर के पद पर कार्यरत है.
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