पटना : लोकसभा चुनाव सिर पर आया, तो बिहारी बाबू को कार्यकर्ताओं की याद सताने लगी. चर्चा थी कि शत्रुघ्न सिन्हा इस बार राज्यसभा जायेंगे, लेकिन पार्टी आलाकमान ने उन्हें एक बार फिर पटना साहिब से चुनाव मैदान में उतारने का संकेत दिया है.
यदि वह चुनाव नहीं लड़ते हैं, तो पटना साहिब लोकसभा सीट से राज्यसभा में प्रतिपक्ष के उपनेता रविशंकर प्रसाद व पार्टी नेता आरके सिन्हा को उम्मीदवार बनाया जाता. रविशंकर प्रसाद राज्यसभा में तीसरी बार भेजे गये हैं. बिहारी बाबू की सक्रियता को देखते हुए अब दोनों नेताओं के चुनाव लड़ने की संभावना खत्म होती दिख रही है.
हर माह करेंगे दो बैठकें
शत्रुघ्न सिन्हा ने अपनी चुनावी तैयारियां शुरू कर दी है. विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव, विधानसभा में प्रतिपक्ष के मुख्य सचेतक अरुण सिन्हा व महानगर अध्यक्ष टीएन सिंह के साथ उन्होंने घंटों विचार–विमर्श किया. बिहारी बाबू ने पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र की समस्याओं पर भी मंथन शुरू कर दिया है.
महानगर के कार्यकर्ताओं से उन्होंने पटना साहिब की समस्याओं पर चर्चा भी की. बिहारी बाबू ने कार्यकर्ताओं को आश्वस्त किया कि वे पार्टी के कार्यक्रमों में निरंतर शामिल होंगे. साथ ही मुंबई–दिल्ली के अलावे पटना में भी समय देंगे. कार्यकर्ताओं से संपर्क बढ़ा कर वे अपने प्रति लोगों की नाराजगी दूर करने में जुट गये हैं.
अब बिहारी बाबू ने पटना जिला कार्यकर्ताओं के साथ माह में कम–से–कम दो बार बैठकें करने का निर्णय लिया है. साथ ही पटना महानगर के भाजपा के विभिन्न मंच–मोरचों के साथ भी वे ताल–मेल बैठायेंगे. पिछले महीने नरेंद्र मोदी पर शत्रुघ्न सिन्हा के बयान को लेकर पटना महानगर के कार्यकर्ता उनसे खासे नाराज थे. महानगर भाजपा ने उनके बयान पर बैठक भी की थी और नरेंद्र मोदी पर की गयी शत्रु की टिप्पणी पर नाराजगी जतायी थी.