इन तीन जन प्रतिनिधियों में विधानमंडल में विपक्ष के नेता सुशील कुमार मोदी, राजद के फतुहा विधायक डॉ रामानंद यादव और कांग्रेस से जुड़े विधान पार्षद रामचंद्र भारती शामिल हैं. इनके अलावा जदयू विधायक अनंत सिंह मात्र 14 लाख, भाजपा के सत्येंद्र नारायण सिंह कुशवाहा 56 लाख और नवल किशोर यादव मात्र 58 लाख रुपये खर्च की ही अनुशंसा कर सके. हालांकि यह पूरा सच नहीं है. कई जन प्रतिनिधि ऐसे भी रहे, जिन्होंने अपनी पात्रता राशि 200 करोड़ रुपये से कहीं अधिक राशि खर्च की अनुशंसा की. इनमें पालीगंज से भाजपा विधायक डॉ उषा विद्यार्थी, दानापुर विधायक आशा सिन्हा, विक्रम विधायक अनिल कुमार, जदयू के विधान पार्षद डॉ रणवीर नंदन, बाल्मीकि सिंह व अरुण मांझी शामिल रहे.
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पटना जिले में मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना का हाल, फंड मिला, पर अनुशंसा करना ही भूल गये नेताजी
पटना: फंड मिला, मगर जनप्रतिनिधि अनुशंसा करना ही भूल गये. आपको सुनने में भले ही आश्चर्य लगे, लेकिन सच यही है कि पब्लिक की तमाम परेशानियों के बावजूद वित्तीय वर्ष 2014-15 में पटना जिले के तीन जनप्रतिनिधियों ने अपने विधायक फंड (अब मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना) से एक योजना की अनुशंसा भी नहीं की. इन […]
पटना: फंड मिला, मगर जनप्रतिनिधि अनुशंसा करना ही भूल गये. आपको सुनने में भले ही आश्चर्य लगे, लेकिन सच यही है कि पब्लिक की तमाम परेशानियों के बावजूद वित्तीय वर्ष 2014-15 में पटना जिले के तीन जनप्रतिनिधियों ने अपने विधायक फंड (अब मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना) से एक योजना की अनुशंसा भी नहीं की.
अनंत सिंह ने की मात्र दो योजनाओं की अनुशंसा
योजनाओं के हिसाब से देखें, तो जदयू विधायक अनंत सिंह ने करीब 14 लाख रुपये की मात्र दो योजनाओं की ही अनुशंसा की. इसी तरह विधान पार्षद नीरज कुमार, नवल किशोर यादव और मंत्री पीके शाही ने 10 से कम योजनाओं की अनुशंसा कर रखी है. बख्तियारपुर विधायक अनिरुद्ध कुमार ने 17 योजनाओं के लिए 1.06 करोड़ और विधान पार्षद किरण घई सिन्हा ने 16 योजनाओं के लिए 1.38 करोड़ रुपये की अनुशंसा की, लेकिन उनकी बाकी राशि के लिए कोई अनुशंसा नहीं की गयी. गौरतलब है कि पटना जिले से 14 विधायक और 17 विधान पार्षद सहित 31 जनप्रतिनिधि जुड़े हुए हैं.
806 योजनाएं चयनित 290 ही हुईं पूरी
प्रत्येक विधायक-विधान पार्षद को विकास योजनाओं पर खर्च करने के लिए हर साल 200 करोड़ रुपये मिलते हैं. इसके हिसाब से वित्तीय वर्ष 2014-15 में 62.60 करोड़ रुपये खर्च किये जाने थे. इसके लिए सदस्यों ने 806 योजनाओं का चयन कर जिला मुख्यालय को भेजा. इन योजनाओं को प्रशासनिक स्वीकृति दी गयी. इनमें से 6.62 करोड़ की 102 योजनाओं का काम निविदा और 621 योजनाओं का काम विभागीय माध्यम से कराया जा रहा है. 32.14 करोड़ रुपये की लागत से अब तक इनमें से मात्र 505 योजनाओं पर ही स्थल पर काम शुरू हो सका है. उसमें भी मात्र 37 फीसदी राशि खर्च कर मात्र 290 योजनाओं को ही पूरा कराया जा सका. 489 योजनाएं अब भी अधूरी पड़ी हुई हैं. विधायकों ने 71 करोड़ रुपये की लागत से 21 ट्रांसफॉर्मर लगाने की अनुशंसाएं भी की.
किसने कितनी राशि की खर्च
जनप्रतिनिधि योजनाएं स्वीकृत राशि
नितिन नवीन 40 199.63 लाख
नंदकिशोर यादव 33 199.202 लाख
पूनम देवी 30 196.36 लाख
अरुण कुमार सिन्हा 17 192.36 लाख
ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ज्ञानू 58 204.25 लाख
अनिरुद्ध कुमार 17 106.06 लाख
अनंत कुमार सिंह 02 13.846 लाख
डॉ रामानंद यादव अनुशंसा नहीं
आशा सिन्हा 37 206.04 लाख
श्याम रजक 49 202.29 लाख
अनिल कुमार 34 202.52 लाख
डॉ उषा विद्यार्थी 63 226.23 लाख
भाई वीरेंद्र 28 184.79 लाख
अरुण मांझी 60 202.58 लाख
नीरज कुमार 07 26.13 लाख
किरण घई सिन्हा 16 137.57 लाख
सुशील कुमार मोदी अनुशंसा नहीं
संजय सिंह 28 196.09 लाख
बाल्मीकि सिंह 36 202.24 लाख
सत्येंद्र नारायण कुशवाहा 09 56.34 लाख
प्रो नवल किशोर यादव 07 57.51 लाख
पीके शाही 06 146.67 लाख
डॉ रामवचन राय 16 194.09 लाख
मंजर आलम 30 194.39 लाख
डॉ उपेंद्र प्रसाद 21 199.91 लाख
डॉ हरेंद्र प्रताप पांडेय 18 198.73 लाख
डॉ भीम सिंह 50 381.80 लाख
डॉ रणवीर नंदन 26 210.30 लाख
डॉ सूरज नंदन कुशवाहा 30 190.42 लाख
संजय प्रकाश 11 90 लाख
रामचंद्र भारती अनुशंसा नहीं
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