पटना: राज्य में निजी औद्योगिक क्षेत्र स्थापना की स्वीकृति को बीआइए ने सराहा है. एसोसिएशन के अध्यक्ष केपीएस केसरी ने कहा कि सरकार ने निजी क्षेत्र में औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना को स्वीकृति दी है. इस निर्णय से राज्य में औद्योगिक गतिविधि और निवेश में तीव्रता आयेगी. औद्योगिकीकरण को प्रोत्साहन मिलेगा. बीआइए ने इसके लिए मुख्यमंत्री, उद्योग मंत्री, मुख्य सचिव, विकास आयुक्त और उद्योग विभाग के प्रधान सचिव को धन्यवाद दिया है.
केपीएस केसरी ने कहा कि निजी क्षेत्र में औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना का प्रस्ताव बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने ही सरकार के समक्ष सबसे पहले भेजा था. तर्क था कि सरकार के पास औद्योगिक भूखंड की उपलब्धता कम होती जा रही है. साथ ही भू-अजर्न की जटिल प्रक्रिया के कारण नये औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना में कठिनाई आ रही है. इसके मद्देनजर यह आवश्यक है कि निजी क्षेत्र में औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना के लिए सरकार नीति का निर्माण करे. 30 जुलाई, 2012 को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित ‘उद्यमी पंचायत’ में भी बीआइए ने इस मसौदे को रखा था.
बाद में सरकार ने बीआइए से प्रस्तावित निजी औद्योगिक क्षेत्र पर कंसेप्ट पेपर देने को कहा था. बीआइए ने तत्काल एक कंसेप्ट पेपर उद्योग विभाग के माध्यम से सरकार के समक्ष समर्पित किया. निजी औद्योगिक क्षेत्र में कम से कम 25 एकड़ भूमि की उपलब्धता आवश्यक होगी. निजी क्षेत्र में स्थापित होने वाली इकाइयों को औद्योगिक प्रोत्साहन नीति के अंतर्गत सभी सुविधाएं देने का प्रावधान है.
उधर, बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष पीके अग्रवाल ने कहा कि चैंबर की ओर से सरकार से यह मांग की जा रही थी कि सरकारी औद्योगिक प्रांगण में उद्यमियों को आवश्यकतानुसार भूमि नहीं उपलब्ध हो रही है, इसलिए निजी औद्योगिक क्षेत्रों को बढ़ावा दिया जाये. सरकार के इस निर्णय से उद्यमियों को आसानी से भूमि उपलब्ध हो जायेगी.